पुणे: मार्च से ही पुणे (Pune) में कोरोना (Corona) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। पिछले एक महीने में पुणे में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण तीन मौतें दर्ज की हैं। पुणे महानगरपालिका (PMC) के सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सूर्यकांत देवकर (Dr. Suryakant Deokar) ने कहा कि संक्रमण से मरने वाले तीनों मरीजों की उम्र 65 वर्ष से अधिक थी और उनमे सह-रुग्णता स्थिति भी थी। जानकारी के मुताबिक, शहर में आखिरी कोविड मौत पिछले साल नवंबर में हुई थी।
तीनों ने क्रमशः 11 मार्च, 31 मार्च और 2 अप्रैल को राव नर्सिंग होम, सह्याद्री अस्पताल और ससून अस्पताल में दम तोड़ दिया है। महामारी के बाद से पुणे शहर में कोरोना के कारण कुल 9,413 लोगों की मौत हुई है और 6.9 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि दर्ज की गई मौतें 65 वर्षीय एक पुरुष और 70 वर्षीय दो महिलाओं की थी, जिन्हें मधुमेह और उच्च रक्तचाप सहित सह रुग्णता की स्थितियां भी थी। डॉ. देवकर ने बताया कि एक मामले में व्यक्ति को कोरोनरी बाईपास से गुजरना पड़ा था।
उच्च जोखिम वाले नागरिकों से मास्क पहनने की अपील
वर्तमान में, शहर में कोरोना के 344 सक्रिय मामले हैं। डॉ. देवकर ने विशेष रूप से 60+ आयु वर्ग के नागरिकों से अपील की है कि वे सुनिश्चित करें कि उनका टीकाकरण पूरा हो गया हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने उच्च जोखिम वाले नागरिकों से मास्क पहनने के लिए आग्रह किया है और श्वास सम्बन्धी हल्की सी भी दिक्कत होने पर इलाज में देरी ना करें।
कोरोना टेस्ट के लिए 12 केंद्र सक्रिय किए गए
डॉ. देवकर ने कहा कि पीएमसी के कार्यक्षेत्र में कोविड के संदिग्ध व्यक्ति के गले और नाक की जांच के लिए 12 केंद्र सक्रिय किए गए हैं। साथ ही 123 निजी अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने सम्बन्धी व्यवस्थाएं भी की गई हैं। फिलहाल भर्ती की संख्या कम है।