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    पिंपरी : पिंपरी चिंचवड़ पुलिस (Pimpri Chinchwad Police) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के डकैती रोधी दस्ते (Anti-Dacoity Squad) ने एक ऐसे वाहनचोर (Vehicle Thief) को धरदबोचा है जिसके नाम पर वाहनचोरी की 200 वारदातें दर्ज हैं। उसके साथ एक शातिर सेंधमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

    करीबन 450 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपी को दबोचने के बाद उनके पास से 36 लाख रुपए मूल्य के 51 दोपहिये बरामद किए जाने की जानकारी पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने संवाददाता सम्मेलन में दी। इन आरोपियों ने मौज मस्ती के लिए इन वारदातों को अंजाम दिए जाने की जानकारी सामने आई है।

    वाहनचोरी के 200 मामले दर्ज हैं

    शंकर भिमराव जगले (20) और संतोष शिवराम घारे (39) ऐसे गिरफ्तार आरोपियों के नाम है। आरोपी संतोष घारे, जो 17 साल से वाहनचोरी कर रहा है, के खिलाफ पुणे शहर, पुणे ग्रामीण, पिंपरी चिंचवड़, अहमदनगर और नाशिक में वाहनचोरी के 200 मामले दर्ज हैं। जबकि शंकर जगले जोकि सेंधमारी की वारदात में फरार चल रहा था, के खिलाफ वाहनचोरी, मोबाईल चोरी, सेंधमारी, डकैती की कोशिश जैसे सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। वाहनचोरी की वारदातों को सुलझाने में जुटे डकैती रोधी दस्ते के ध्यान में आया कि तलेगांव दाभाड़े में वाहनचोरी की घटनाएं ज्यादा घट रही हैं। पूरे 450 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद फौजदार मंगेश भांगे और उनकी टीम ने आरोपियों तक अपनी पहुंच बनाई।

    36 लाख रुपए का माल बरामद

    फौजदार भांगे को मुखबिर से दोनों आरोपियों के पवना हॉस्पिटल के पास आने की खबर मिली थी। इसके अनुसार वहां जाल बिछाया गया लेकिन पुलिस को देखते ही दोनों दोपहिये पर सवार होकर वहां से भाग निकले। हालांकि पुलिस ने उनका पीछा करते हुए पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने वाहनचोरी की वारदात स्वीकार की। पुलिस कस्टडी में की गई पूछताछ में उनसे कई वारदातों का खुलासा हुआ। पुलिस ने पुणे शहर, पिंपरी चिंचवड़, पुणे ग्रामीण, लोनावला, और मावल तालुका के अलग अलग हिस्सों से 51 दोपहिये, एक ऑटो रिक्शा और एक मोबाइल फोन कुल 36 लाख रुपए का माल बरामद किया गया। इस कार्रवाई को डकैती रोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तम तांगडे के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक सिद्धेश्वर कैलासे, फौजदार मंगेश भांगे की टीम ने अंजाम दिया।