पिंपरी: विश्व मराठी अकादमी और डॉ. डीवाई पाटील विश्वविद्यालय (Dr. DY Patil University) की ओर से पिंपरी-चिंचवड ( Pimpri-Chinchwad) के पिंपरी स्थित संत तुकारामनगर में 18वें विश्व मराठी सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसकी शुरुआत बीती शाम हुई। सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे (Sushil Kumar Shinde) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के हाईकमान शरद पवार (Sharad Pawar) के बीच खासी जुगलबंदी हुईं। शिंदे द्वारा अपने भाषण में ‘तालीम’ के जिक्र पर शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि मैं तो संसद जाने से डरने लगा हूं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बारामती दौरे में सांसद शरद पवार की उंगली पकड़कर राजनीति में आगे आने की बात कही थी। यही बात पकड़ते हुए पवार ने बीती शाम शिंदे के भाषण पर व्यंग्य कसा। डॉ. डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय सभागार में विश्व मराठी सम्मेलन में सांसद शरद पवार, पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, सांसद श्रीनिवास पाटिल और आलोचकों के बीच जुगलबंदी ने सभी को हंसने पर विवश कर दिया। सम्मेलन के मंच पर संमेलनाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश्वर मुले, स्वागताध्यक्ष डॉ. पी. डी. पाटील, उद्योगपति अरुण फिरोदिया, फ़िल्म निर्देशक नागराज मंजुले, यशवंतराव गडाख, विश्व मराठी अकादमी के अध्यक्ष रामदास फुटाणे, उदय फड, गिरीश गांधी, जयराज सालसगावकर, मोहन गोरे, रवींद्र डोमाले, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमाकांत खलप आदि उपस्थित थे।
सुशील कुमार शिंदे ने की शरद पवार की तारीफ
सम्मेलन में शरद पवार से पहले सुशील कुमार शिंदे ने भाषण दिया। शिंदे ने कहा कि मराठी सम्मेलन बहुत अच्छा है। शरद पवार किस तरह की योजना लेकर कब आगे आएंगे, कहा नहीं जा सकता। उन्हें मराठी लोग बहुत पसंद हैं। फिर चाहे वह किसी भी जाति का हो, वे उसकी मदद करते हैं। वह मुझसे साढ़े आठ महीने बड़े है। फिर भी वे इतना ट्रैवल करते हैं, इवेंट्स अटेंड करते हैं। गर्दन अकड़कर खड़े महाराष्ट्र का यह नेता दिन-रात काम कर रहा है। पवार की तारीफ के पुल बांधते वक्त शिंदे ने उनके पवार के तालीम में सीखने की बात कही। अपने भाषण के बाद शिंदे पवार से दूसरे कार्यक्रम के लिए कहकर सभागार से चले गए।
तब से मैं संसद जाने से भी डरने लगा हूं: शरद पवार
इसके बाद शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिए सुशील कुमार शिंदे के ‘तालीम’ शब्द के उल्लेख पर से मोदी पर निशाना साधा। अपने भाषण में पवार ने कहा कि अभी-अभी सुशील कुमार यहां से एक कार्यक्रम के लिए निकले। उस वक्त मैंने उनसे कहा था, चिंता न करें मैं आपके बारे में बात करने नहीं जा रहा हूं। पवार ने आगे कहा कि जब सुशील कुमार ने कहा कि वे मेरी तालीम के खिलाड़ी हैं तो मैं बहुत डर गया था क्योंकि किसी ने कहा कि मैं शरद पवार की उंगली पकड़कर राजनीति में आया हूं। तब से मैं संसद जाने से भी डरने लगा हूं। पवार के इस बयान के बाद सभागार में हंसी के फौव्वारे छूट गए।