2 arrested in cheating case
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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    ठाणे : प्लंबिंग (Plumbing) का काम दिलाने के बहाने खारघर सेक्टर-27 (Kharghar Sector-27) में रहने वाले प्लंबर (Plumbers) से 96 लाख रुपए की ठगी (Cheating) का मामला प्रकाश में आया है। खारघर पुलिस (Kharghar Police) ने जालसाज सचिन बिलूर नामक एक जालसाज के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। 

    नवी मुंबई के खारघर सेक्टर-27 के रंजनपाड़ा में नीतीश कुमार प्रजापति (27) अपने परिवार के साथ रहता है और प्लंबर का काम करता है। ठगी करने वाला आरोपी सचिन बिलुर खारघर सेक्टर-18 का रहने वाला है। जून 2020 में नीतीश कुमार और सचिन बिलूर दोनों काम के सिलसिले में मिले थे। इस परिचित के बाद सचिन बिलूर फोन पर नीतीश कुमार के संपर्क में रहा और उसे प्लंबिंग का काम दिलाने का लालच दिया। उसके बाद उसके पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। मार्च 2021 में नीतीश कुमार ने नौकरी पाने की आस में सचिन के व्हाट्सएप पर अपने दस्तावेज भेजे थे। उस समय आरोपी सचिन बिलूर ने उक्त दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करते हुए नीतीश कुमार के आधार पर अपनी फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाया। उसने एक ही दस्तावेज का इस्तेमाल कर 7 अलग-अलग बैंकों और वित्तीय संस्थानों से लाखों रुपये का कर्ज लिया। मार्च 2022 में, डीसीबी बैंक ने नीतीश कुमार से संपर्क किया और उन्हें उनके नाम पर ऋण के बारे में सूचित किया, नीतीश कुमार ने आगे की पूछताछ की.

    उसके बाद नीतीश कुमार को एहसास हुआ कि सचिन बिलूर ने उनके दस्तावेजों से फर्जी दस्तावेज तैयार किया है और उनके नाम पर 7 अलग-अलग बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 96 लाख रुपए का कर्ज लिया है। इसके बाद वह खारघर पुलिस स्टेशन पहुंचे और सचिन बिलूर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में वह उस बैंक में गया, जहां से ठगी करने वाले नीतीश कुमार के नाम से कर्ज लिया गया था और नीतीश कुमार ने जाकर चेक किया। सचिन बिलूर ने काम दिलाने और खाता खोलते समय दिए गए दस्तावेजों पर नीतीश कुमार की फोटो की जगह खुद की फोटो लगाकर फर्जी दस्तावेज बनवाए, इसी तरह आधार कार्ड, पैन कार्ड भी बनवा लिया। उसके बाद यह पता चला है कि उसने उन्हीं दस्तावेजों का दुरुपयोग किया और 7 बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 96 लाख रुपए का कर्ज लिया।