अंबरनाथ-बदलापुर नगरपालिक को एक कर बनेगा महानगरपालिका! जोरों पर है चर्चा

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अंबरनाथ : नगरपालिका (Municipality) के चुनाव जब भी हो लेकिन अंबरनाथ (Ambernath) और बदलापुर (Badlapur) नगरपालिका को संयुक्त कर उसको महानगरपालिका (Municipal Corporation) बनाए जाने की चर्चा लंबे अर्से बाद एक बार फिर से शुरू हो गई है। हाल ही में संपन्न अंबरनाथ शिवमंदिर आर्ट फेस्टिवल में शामिल हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मुद्दे पर दोनों शहरों के शिवसेना के नेताओं और पदाधिकारियों से अनौपचारिक चर्चा की थी। इस चर्चा के बाद के से महानगरपालिका बनने की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।  

इन दोनों शहरों का तेज गति से नागरीकरण हो रहा है। मुंबई और उसके उप नगरों की अपेक्षा यहां काफी कम कीमत में लोगों को फ्लैट उपलब्ध हो जाते है इसलिए लोग बड़े पैमाने इन शहरों में रहने आ रहे है। लगभग 3 साल पहले दोनों नगरपालिका को एकत्रित कर महानगरपालिका बनाए जाने के लिए सरकार के संबंधित महकमे की ओर से विधिवत क्षेत्र निश्चित कर उसके वार्ड  तैयार कर सरकार को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जानकारी के अनुसार अंबरनाथ और बदलापुर को मिलाकर महानगरपालिका बनाए जाने का दोनों शहरों के बड़े नेताओं ने विरोध किया इनमें कुछ ने सार्वजनिक रूप से और किसी ने अंदरूनी तौर पर मनपा बनाने का विरोध किया है वह लोग आज भी मनपा के विरोध में है इन नेताओं का कहना है कि यदि महानगरपालिका बनाना है तो दोनों को एक कर नहीं बल्कि दोनों को स्वतंत्र मनपा का अधिकार दिया जाए। 

मुरबाड के बीजेपी विधायक किसन कथोरे ने सबसे पहले संयुक्त महानगरपालिका का विरोध दर्शाया है। वरिष्ठ बीजेपी विधायक कथोरे के बाद बदलापुर के वामन महात्रे, बीजेपी के नेता और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजन घोरपडे, अंबरनाथ में शिवसेना के अरविंद वालेकर, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुनील चौधरी आदि भी अलग-अलग महानगरपालिका के पक्ष में दिखाई दिए। कहा यह जा रहा है कि दोनों शहरों के चहुमुंखी विकास के लिए महानगरपालिका बनना जरूरी और राज्य सरकार भी इसी के पक्ष में है। लेकिन वही विगत ढाई दशक से स्थानीय राजनीति में अपनी पकड़ बना चुके लोग एकीकरण के खिलाफ है। राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभुत्व के नुकसान के डर से और एक दूसरे के शहरों की संस्कृति पर आपत्ति जताकर निजी तौर पर कुछ नेताओं और पदाधिकारियों ने इस संयुक्त महानगरपालिका का विरोध कर चुके है। 

मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र के तहत अंबरनाथ, बदलापुर शहरों के विकास के लिए राज्य सरकार और एमएमआरडीए द्वारा बड़ी मात्रा में धनराशि वितरित की जा रही है। साथ ही, केवल यही दो नगर पालिकाएं है, जो MMR क्षेत्र में श्रेणी A के अंतर्गत आती है। साथ ही इन शहरों के तेजी से हो रहे विस्तार, विकास और बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए इन शहरों की भावी विकास योजना को ध्यान में रखते हुए पिछले कुछ वर्षों से अंबरनाथ, बदलापुर संयुक्त महानगरपालिका की चर्चा चल रही है। 

उसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर दस्तावेजी प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है, लेकिन राजनीतिक स्थिति और दो साल पहले कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी फैलने के बाद यह विषय शांत हो गया था। पिछले दिनों अंबरनाथ के शिवमंदिर आर्ट फेस्टिवल में शिरकत करने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अंबरनाथ, बदलापुर नगरपालिका के पदाधिकारियों से राय ली। इस खबर के बाद यंहा के इच्छुक उम्मीदवार और कुछ राजनीति से जुड़े प्रतिष्ठित लोगों में गजब की अस्वस्थता देखी जा रही है।