कोकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए बीजेपी को नहीं मिला उम्मीदवार, लेना पड़ा शिंदे गुट शिवसेना का समर्थन

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    ठाणे : कोकण शिक्षक निर्वाचन (Konkan Teacher Election) क्षेत्र के चुनाव (Election) के लिए बिगुल बज चुका है। 30 जनवरी को कराये जाने वाले इस चुनाव के लिए 12 तारीख को नामांकन भरने की अंतिम तारीख है। ऐसे में बीजेपी (BJP) ने इस सीट को महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) से छीनने के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया। इसी रणनीति के तहत राज्य के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री रविंद्र चव्हाण को जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन वहीं बीजेपी को इस सीट के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिला। जिसके कारण उसे बालासाहेब की शिवसेना (बीएएसएस) शिंदे गुट के ज्ञानेश्वर म्हात्रे को आयात करना पड़ा है। सोमवार को बीजेपी ने म्हात्रे को पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया। गौरतलब हो कि एक तरफ बीजेपी राज्य में शत प्रतिशत बीजेपी के नारे के तहत काम करती दिखाई दे रही है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ कोकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए दूसरे दल शिंदे गुट के शिवसेना के ज्ञानेश्वर म्हात्रे (Dnyaneshwar Mhatre) को उम्मीदवार बनाया है। 

    बता दें कि कोकण विभागीय शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र कभी बीजेपी के गढ़ के रूप में जाना जाता था। इस निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी और केंद्रीय शिक्षक परिषद का दबदबा था। इसलिए इस निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी की जीत को हमेशा निर्विवाद माना जाता था। हालांकि, बालाराम पाटिल ने आखिरी कोंकण विभागीय शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में विधान परिषद चुनाव जीता। कहा जाता है कि ठाणे जिले में वोटों का बंटवारा पाटिल के कोटे में आ गया। उसके बाद बीजेपी ने इस निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान नहीं दिया। 

    जबकि मूल शिवसेना पार्टी में रहते समय बदलापुर के ज्ञानेश्वर म्हात्रे चुनाव में हार के बावजूद निर्वाचन क्षेत्र पर अपना ध्यान लगातार बनाए रखा था।  उन्होंने शिवसेना के नेतृत्व वाली शिक्षक सेना के माध्यम से अपना जनसंपर्क जारी रखा। शिक्षकों के मतदाता पंजीकरण के दौरान भी उन्होंने नए शिक्षकों का जमकर पंजीयन कराया। नतीजतन, जिसके कारण ज्ञानेश्वर म्हात्रे मजबूत होकर सामने आए है। 

    ज्ञानेश्वर म्हात्रे बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवार होंगे: बावनकुले 

    इसी बीच कोंकण विभागीय शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव की घोषणा हुई और बीजेपी को उम्मीदवार ही नहीं मिला। जिसे ध्यान में रखते हुए हाल में हुई पार्टी के कोर कमिटी की बैठक में प्रभारी रविंद्र चव्हाण ने शिंदे गुट शिवसेना के शिक्षक सेना के कोंकण मंडल अध्यक्ष ज्ञानेश्वर म्हात्रे के नाम को आगे किया। जिसे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और कोर कमिटी ने अपनी हरी झंडी दे दी। बावनकुले ने उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा है कि ज्ञानेश्वर म्हात्रे बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवार होंगे और यह उम्मीदवार पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ समन्वय के बाद खड़ा किया जा रहा है। 

    बीजेपी का पिछले चुनाव तक रहा है वर्चस्व 

    कोंकण विभागीय शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र को बीजेपी के नेतृत्व वाली शिक्षक परिषद के गढ़ के रूप में जाना जाता था। शिक्षक परिषद के रामनाथ मोटे इस सीट से लगातार दो बार जीत चुके थे। हालाँकि, इस चुनाव में, शिक्षक परिषद ने मोते को दरकिनार कर पिछले चुनाव में वेणुनाथ कडू को अपना उम्मीदवार बनाया था। जिससे मोते नाराज होकर बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। क्योंकि शिवसेना और बीजेपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। जिसके कारण मतों के ध्रुवीकरण का फायदा उठाते हुए महाविकास आघाड़ी के शेकाप पार्टी के बालाराम पाटिल ने जीत हासिल की थी। इस दौरान पाटिल को करीब 11 हजार वोट, मोते को 5000 वोट मिले, जबकि आधिकारिक उम्मीदवार कडू को करीब 4000 वोट मिले थे और शिवसेना के ज्ञानेश्वर म्हात्रे को अप्रत्याशित 6,887 वोट मिले थे। 

    फरवरी 2017 में कराए गए मतदान के दौरान मिले मत  

    • बाला राम पाटील (माविआ-शेकाप) – 11,837
    • ज्ञानेश्वर म्हात्रे (शिवसेना ) – 6,887
    • रामनाथ मोते (बागी शिक्षक परिषद) – 5,988
    • अशोक बेलसरे (शिक्षक भारती-भाजपा) – 4,533