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    ठाणे : मुंबई-अहमदाबाद (Mumbai-Ahmedabad) हाई स्पीड रेल परियोजना (बुलेट ट्रेन) (Bullet Train) के लिए आवश्यक 22 हेक्टेयर 48 आर भूमि का 100 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) पूरा हो गया है।  इस संदर्भ में उपविभागीय अधिकारी अविनाश शिंदे ने कि ठाणे से गुजरने वाले मौजे अगासन, म्हातार्डी, बेतवाड़े, डावले, पडले, शील और देसाई में अतिक्रमण को तत्काल हटा दिया गया है और इस बुलेट ट्रेन के लिए आवश्यक जगह उपलब्ध करा दी गयी है। इससे अब बुलेट ट्रेन परियोजना को गति मिलने वाली है।  

    ठाणे शहर क्षेत्र से गुजरने वाली मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि का खुला कब्जा 30 सितंबर तक अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम को सौंपने का आदेश जारी किया गया था। इसे गंभीरता से लेते हुए अगसन, म्हातार्डी, बेतवाड़े, डावले, पडले, शील और देसाई जैसे स्थानों पर अतिक्रमण, रिहायशी मकानों, गड्ढों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया है। इसमें चार सर्वे नंबरों से 12 निर्माणों का समावेश है। उपविभागीय अधिकारी शिंदे ने कहा कि इस प्रकार ठाणे तालुका में इस बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए लगाने वाली 100 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जमीन का 100 प्रतिशत कब्जा मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड प्रोजेक्ट के अधिकारियों को दे दिया गया है। 

    शिंदे ने कहा कि रेलवे परियोजना के लिए आवंटित भूमि के निवासियों द्वारा प्रशासन का कड़ा विरोध किया गया था। लेकिन रेल परियोजना के कब्जाधारियों से भूमि लेने और भूमि को बुलेट ट्रेन प्रशासन को हस्तांतरित करने के लिए परियोजना के समिति प्रमुखों के साथ नायब तहसीलदार, अनुमंडल पदाधिकारी, ठाणे समिति उप प्रमुख, तहसीलदार, तलाठी, मंडल अधिकारी आदि ने पुलिस बल के साथ मिलकर इस पर काबू पा लिया और भूमि अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया।

    इस प्रकार किया गया भूमि अधिग्रहण 

    शिंदे के अनुसार कुल 22 हेक्टेयर भूमि में से 18 हेक्टेयर 8 आर 81 वर्ग मीटर निजी स्वामित्व का अधिग्रहण किया गया है। जिसमें ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में 39 आर 77 वर्ग मीटर और केंद्र सरकार के स्वामित्व वाले एक आर 33 वर्ग मीटर के भूखंड का अधिग्रहण किया गया है। जबकि इन दोनों जमीनों के बीच में  एक हेक्टेयर में भूमि 77 आर 87 वर्ग मीटर है। जबकि मध्य रेलवे के स्वामित्व वाली 42 आर 39 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसमें राज्य सरकार के स्वामित्व वाली 32 आर 10 वर्ग मीटर की दो हेक्टेयर भूमि का समावेश है। इसके अलावा शिंदे ने बताया कि निजी भूमि वार्ता के तहत छह हेक्टेयर, 48 आर, 21 वर्ग मीटर की जमीन की खरीदी की गई है।