कल्याण परिमंडल में पांच माह में इतने लोगों के खिलाफ बिजली चोरी का हुआ केस दर्ज, पढ़ें डिटेल्स

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कल्याण: कल्याण परिमंडल (Kalyan Circle) में बिजली बिल बकाया (Electricity Bill Due) होने के कारण उपभोक्ता महावितरण (Mahavitaran) के राडार पर हैं। इन उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति (Power Supply) की वर्तमान स्थिति की जांच की जा रही हैं और जहां अवैध बिजली की खपत पाई जा रही हैं वहां सख्त कार्रवाई की जा रही है। कल्याण परिमंडल में जनवरी से मई के बीच स्थायी रूप से बिजली आपूर्ति ठप करने वाले 591 लोगों के खिलाफ विद्युत अधिनियम-2003 की धारा 135 या 138 के तहत बिजली चोरी के अपराध दर्ज किए गए हैं।

3 लाख 6 हजार 55 उपभोक्ता ऐसे थे जिनकी बिजली आपूर्ति बाधित थी और उन पर 273 करोड़ 84 लाख रुपए बकाया थे। इनमें से 4 हजार 467 ग्राहकों ने अप्रैल माह में 2 करोड़ 96 लाख रुपए और मई माह में 11 हजार 627 ग्राहकों ने 2 करोड़ 51 लाख रुपए का भुगतान किया है।  अभी भी 2 लाख 92 हजार 684 ग्राहकों पर 268 करोड़ 50 लाख रुपए बकाया है।

इतने ग्राहकों पर करोड़ों रुपए का है बकाया 

कल्याण मंडल वन कार्यालय कल्याण पूर्व और पश्चिम, डोंबिवली मंडल के तहत 37 हजार 11 ग्राहकों पर 31 करोड़ 68 लाख रुपए बकाया हैं। कल्याण मंडल के दो कार्यालयों कल्याण ग्रामीण, उल्हासनगर संभाग एक और दो के अंतर्गत 84 हजार 338 ग्राहकों पर 79 करोड़ 39 लाख रुपए बकाया है। पालघर मंडल कार्यालय पालघर मंडल के अंतर्गत 64 हजार 777 ग्राहकों पर 48 करोड़ 93 लाख रुपए बकाया है, जबकि वसई मंडल कार्यालय वसई और विरार मंडल के अंतर्गत 1 लाख 6 हजार 528 ग्राहकों पर 108 करोड़ 49 लाख रुपये बकाया है।

महावितरण ने की लोगों से ये अपील

अतिदेय बिजली बिल और उपभोक्ताओं द्वारा स्थायी बिजली कटौती के साथ चोरी-छिपे बिजली का उपयोग करने से महावितरण को दोहरा नुकसान हो रहा है। महावितरण ने उन ग्राहकों से अपील की है जिनकी बिजली आपूर्ति स्थायी रूप से काट दी गई है, वे बकाया भुगतान करें और सम्मानपूर्वक बिजली का उपयोग करें।