Dengue
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    ठाणे : ठाणे जिले में कोरोना (Corona) का असर जहाँ कम हुआ है और अब स्वाइन फ्लू (Swine Flu) ने रफ़्तार पकड़ ली है। वहीं इन सभी के बीच डेंगू (Dengue) और मलेरिया (Malaria) भी अपना पैर तेजी से पसार रहा है। इससे स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की चिंता बढ़ गई है। जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जुलाई महीने के मुकाबले अगस्त महीने में डेंगू के 54 मरीजों की वृद्धि हुई है और सिर्फ अगस्त महीने में ही मरीजों की संख्या 191 पहुंच गई है। साथ ही मलेरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। 

    गौरतलब हो कि वर्तमान समय बदलते मौसम में बरसाती बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। नागरिक सर्दी, खांसी, गले में खराश और बुखार से पीड़ित हैं। देखने में आया है कि कई इलाकों में क्लीनिकों में ऐसी बीमारियों के मरीजों की कतार लगी हुई है। ठाणे के ब्रह्माण्ड परिसर में क्लिनिक चलाने वाले डॉ. राजेंद्र चौहान ने बताया कि उनके यहां रोजाना 100 से 200 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। साथ ही मानसून के दौरान कई जगहों पर निचले इलाकों में पानी जमा हो जाता है। उस पानी की निकासी के बाद यहां मच्छर पैदा होते हैं। इसलिए, इस अवधि के दौरान डेंगू और मलेरिया का प्रसार सबसे अधिक होता है। इस प्रकार बरसाती बीमारी को कई लोग नजरअंदाज कर देते हैं, इसलिए यह डेंगू और मलेरिया में बदल जाता है। 

    डेंगू के 137 और मलेरिया के 295 मामले

    वैसे जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने से स्वास्थ्य विभाग को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन, कोरोना के बाद अब स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है। इससे जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ मनपा स्तर के स्वास्थ्य विभाग पर एक बार फिर दबाव बढ़ गया है। जिले में जुलाई महीने में डेंगू के 137 और मलेरिया के 295 मामले सामने आए। जबकि अगस्त महीने में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। 

    ज्यादातर मरीज ठाणे शहर के हैं

    जिले में अगस्त महीने में डेंगू के 191 मामले सामने आए हैं। इनमें से ज्यादातर मरीज यानी 74 बदलापुर शहर के हैं। जिले में एक तरफ जहां डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं मलेरिया के मरीजों की संख्या में कमी आई है। जिले में अगस्त महीने में मलेरिया के 167 मरीज मिले हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि ज्यादातर मरीज ठाणे शहर के हैं।