कंस्ट्रक्शन व्यवसायी पर फायरिंग का मामला, शिकायतकर्ता ही निकला आरोपी, 2 गिरफ्तार

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    अंबरनाथ : अपने प्रतिस्पर्धी (Competitor) और पेशे से बिल्डर (Builder) नियाज सिद्दीकी को झूठा फंसाने की कोशिश करने वाला शिकायतकर्ता (Complainant) ही आरोपी निकला। अपने ऊपर फायरिंग (Firing) का नाटक करने वाला कमरुद्दीन खान अब खुद फरार है। फायरिंग करने के मामले में स्थानीय पुलिस (Local Police) ने 2 को गिरफ्तार (2 Arrested) कर लिया है अब वह पुलिस रिमांड (Police Remand) पर है। 

    ऊक्त मामले की अधिक और सच्ची जानकारी देने के लिए, अंबरनाथ पुलिस स्टेशन में एसीपी जगदीश सातव और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र कोते ने पत्रकार परिषद का आयोजन किया था। इस मौके पर सहायक पुलिस कमिश्नर जगदीश सातव ने स्थानीय पत्रकारों को बताया गया कि 24 अप्रैल को  कमरुद्दीन मुस्तफा खान ने अंबरनाथ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वह कमलाकर नगर स्थित जमीयत सोसायटी के कार्यालय में बैठे थे तब अज्ञात हमलावर आया और उनपर फायरिंग की लेकिन संयोग से वह गोली दीवार पर लगी। घटना के दिन कमरूद्दीन खान ने पुलिस और मीडिया से बातचीत में कहा था कि फायरिंग करवाने में उनके प्रतिस्पर्धी और जमीयत के ही पदाधिकारी नियाज सिद्दीकी का हाथ है। 

    पुलिस ने कहा कि जब उनकी टीम ने कमरूद्दीन खान के कार्यालय और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और बारीकी से जांच की तो सच्चाई सामने आयी। पुलिस अधिकारी राजेंद्र कोते के मुताबिक अपने स्पर्धी को फंसाने के लिए खान ने ही पुरी सजिश रची थी। पुलिस ने इस मामले में मोहम्मद हुसैन उर्फ अल्लाबख्श  इसाक सय्यद और किसन उर्फ सुखविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है और मुख्य साजिशकर्ता कमरूद्दीन खान की वह तलाश कर रही है। पुलिस निरीक्षक प्रकाश जाधव, पीएसआई प्रवीण खोचरे और इनकी टीम ने आरोपियों को हवालात पहुंचाया। कमरूद्दीन खान तथा दूसरा आरोपी मोहम्मद हुसैन उर्फ अल्लाबख्श सय्यद साल 2002 में  हुई आरपीआई नेता नरेश गायकवाड़ की हत्या के प्रमुख आरोपी रहे है।