Navi Mumbai Airport

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    मुंबई: पनवेल (Panvel) की की सुरंम्य वादियों में बन रहा ग्रीनफील्ड नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Navi Mumbai International Airport) 2024 के अंत में तैयार हो जाएगा। उरण (Uran) की पहाड़ियों से आच्छादित इस एयरपोर्ट (Airport) के बन जाने के बाद नवी मुंबई (Navi Mumbai), ठाणे (Thane), कल्याण (Kalyan) सहित अन्य इलाकों के यात्रियों के लिए शीघ्र फ्लाइट पकड़ने की सुविधा आसान हो जाएगी। साथ ही मुंबई एयरपोर्ट की व्यस्तता भी कम होगी। इस एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर कई बार तिथियां बढ़ाई गईं। वर्ष 2022 में इसके बनकर तैयार होने की संभावना व्यक्त की गई थी, लेकिन अब यह एयरपोर्ट साल 2024 में बनकर तैयार होगा। यह बात राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिछले दिनों व्यक्त की थी। इस बात की घोषणा उन्होंने सिडको में बैठक के बाद किया था।

    अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लि. (एएएचएल) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अडानी कंपनी के नेतृत्व में निर्माणाधीन नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 2024 के अंत में शुरू होने की उम्मीद है। यानी 2024 में नवी मुंबई से पहली उड़ान संचालित होगी। एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य प्रगति पर है।

    भारत तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार

    इस एयरपोर्ट के संचालित होने से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भार कम हो जाएगा। ग्रीनफील्ड नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालित होने पर भारत 2024 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनेगा। इस एयरपोर्ट के बनने के बाद अडाणी समूह के पोर्टफोलियो में कुल 8 एयरपोर्ट हो जाएंगे। मुंबई एयरपोर्ट यात्री और कार्गो यातायात दोनों दृष्टि से भारत का दूसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। अपने प्रबंधन और विकास पोर्टफोलियो में आठ हवाई अड्डों के साथ, एएएचएल अब भारत की सबसे बड़ी हवाई अड्डा अधोसंरचना कंपनी बन गई है। इस समय एएएचएल भारत के 33 फीसदी एयर कार्गो ट्रैफिक को नियंत्रित कर रही है।

    8 एयरपोर्ट पर अडानी समूह का नियंत्रण

    नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने के बाद अडाणी समूह मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलुरू, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम सहित कुल 8 एयरपोर्ट का संचालन करेगा। उसे ये एयरपोर्ट भारतीय एयरपोर्ट प्राधिकरण द्वारा निकाले गए वैश्विक टेंडर के जरिए 50 साल तक संचालन के लिए मिले हैं।

    2 समानांतर रनवे

    नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दो दिशाओं से प्रवेश किया जा सकेगा। ये प्रवेश पश्चिम और पूर्व दिशा से बनाए जाएंगे। एयरपोर्ट को चार चरणों में विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसमें दो समानांतर रनवे हैं। जो एक साथ एक्सप्रेसवे मेट्रो और जल परिवहन क्नेक्टिविटी के साथ संचालन में सक्षम होंगे।

    आकर्षक सेंट्रल टर्मिनल कॉम्लेक्स

    एयरपोर्ट के डिजाइन के लिए भारतीय कला, संस्कृति के साथ आधुनिकता का मिश्रण किया गया है। ये डिजाइन प्रसिद्ध आर्केटेक्ट कंपनी जाहा हदीद द्वारा बनाया गया है। एयरपोर्ट का सेंट्रल टर्मिनल कॉम्लेक्स सबसे आकर्षक होगा। ये तीन इंटरकनेक्टेड मल्टी-लेवल टर्मिनलों का समूह होगा।

    घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें

    इस एयरपोर्ट पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ाने संचालित होंगी। सेंट्रल टर्मिनल परिसर के दोनों ओर 9 लेन होंगी। एयपोर्ट के पश्चिम और उत्तरी भाग को यात्री-संबंधी सुविधाओं के उद्देश्य से बनाया जा रहा है। वहीं एनएमआईए के पूर्वी भाग को कार्गो, एमआरओ के लिए बनाया जा रहा है।

    एयरपोर्ट की खासियत

    • स्थान   :           पनवेल-उरन (नवी मुंबई)
    • क्षेत्र :              1,160 हेक्टेयर (4.5 वर्ग मील)
    • संभावित लागत :      16,700 करोड़ रुपए
    • आर्किटेक्ट कंपनी  :    जाहा हदीद
    • एयरपोर्ट की क्षमता:    पहले चरण में सालाना 20 लाख यात्री
    • ओनर   :           एमआईएएल (74%), सिडको (26%)