Gangster Suresh Pujari, arrested in Philippines, once ran a gambling den and video games in Ambernath

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    अंबरनाथ. कभी गैंगस्टर (Gangster) रवि पूजारी (Ravi Pujari) के लिए काम करते – करते सुरेश पुजारी (Suresh Pujari) बाद में खुद भी विदेश में बैठकर गैंग (Gang) चलाने लगा था। घाटकोपर के असल्फा विलेज में रहने वाले अंडरवर्ल्ड डॉन सुरेश पूजारी ने अपनी जिंदगी के कई साल अंबरनाथ और उल्हासनगर में भी गुजारे है। उसने  1995 से लेकर 2001 तक अंबरनाथ के पश्चिम में रेलवे स्टेशन के समीप ही  जुए के तौर पर चलने वाला वीडियो गेम चलाता था। अंबरनाथ और उल्हासनगर में वह तकरीबन 11 से भी अधिक वर्ष रहा है।

    सुरेश पुजारी के कुछ परिचितों की सच माने तो डॉन बनने के बाद वह अपने दोस्तों को भी नहीं बख्शता था। उनसे भी उसने लाखों का  डिमांड कर उन्हें परेशान किया है। अंबरनाथ, बदलापुर, टिटवाला, कल्याण,  उल्हासनगर सहित नवी मुंबई के विभिन्न इलाकों के कई व्यापारियों, राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं, होटल व्यवसायियों, बिल्डरों को धमकी देनेवाला अंडरवर्ल्ड डॉन सुरेश पुजारी वर्तमान समय में फिलीपींस पुलिस की कस्टडी में है। वह 4 दिन पहले गिरफ्तार हुआ है। उसे भारत डिपोर्ट करने की कोशिशें चल रही है।

    कल्याण में डांस बार में मैनेजर की नौकरी की थी

    अंबरनाथ में उसने जुए के अड्डे और वीडियो गेम चलाने से आपराधिक दुनिया में कदम रखने वाला सुरेश पुजारी अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी के लिए मुखबिरी का काम करने से पहले वह अंबरनाथ में एक मशहूर मटका संचालक के साथ रहता था या कहिए वह  बॉडीगार्ड का काम करता था। मटका चालक की वजह से परिसर में अपनी पकड़ बनाने के बाद उसने अंबरनाथ में वीडियो गेम पर चलने वाला जुआ शुरू किया था, पुजारी द्वारा वर्ष 2001 से 2004 तक उसने उल्हासनगर के कल्याण में डांस बार में मैनेजर की नौकरी की थी। 2006 से वह फरार था जानकारी के अनुसार  सुरेश पुजारी जब अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी के लिए काम करने लगा तो वह अपने दोस्त को पैसे देने के लिए अकसर फोन करता था। सुरेश पुजारी विवाहित है वह दो लडकियों का पिता बताया जाता है। 

    खुद का गैंग बना लिया था

    गैंगस्टर रवि पुजारी को टिप देने,  बड़े लोगों के कॉन्टैक्ट नंबर और उनकी हैसियत की जानकारी देने का काम करने वाला सुरेश पुजारी दस साल पहले रवि पुजारी से अलग हो गया था और खुद का गैंग बना लिया था। पिछले साल रवि पुजारी भी गिरफ्तार हो चुका है। वह नवी मुंबई, मुंबई और ठाणे, कल्याण, उल्हासनगर में डांस बार मालिकों को भी वह उगाही के लिए नियमित फोन करता था। सुरेश पुजारी के गुर्गों ने  उल्हासनगर के केबल व्यवसायी सचानंद करीरा की उन्हीं के ऑफिस में घुसकर हत्या कर दी थी। हत्या करवाने के बाद सुरेश पुजारी ने अंतरराष्ट्रीय फोन कर स्थानीय पत्रकारों को मोबाइल पर खुद फोन कर सच्चु करीरा की हत्या करवाने की जिम्मेदारी ली थी। तब इसके पीछे का यह मतलब निकाला गया था कि वह सच्चु की हत्या को भुनाने का वह काम कर क्षेत्र में अपनी दहशत और डर बनाना चाहता है। 

    कार्यालय में  फायरिंग करके भाग खड़े हुए

    उल्हासनगर के केबल ऑपरेटर सच्चु करीरा की हत्या के बाद सुरेश पूजारी ने अनेक लोगों को फोन करना शुरू किया और यह सिलसिला लंबे समय तक चला। व्यापारियों की आवाज बुलंद करने वाले उल्हासनगर ट्रेड एसोसिएशन (युटीए) के अध्यक्ष सुमीत चक्रवर्ती के  कार्यालय में घुसे पुजारी के गुर्गों को बैरंग लौटना पड़ा था तब निहत्थे दीपक राजवानी द्वारा दिखाई गई दिलेरी से गुर्गे कार्यालय में  फायरिंग करके भाग खड़े हुए थे।

    अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी ने धमकी दी थी

    इस घटना को पुलिस प्रशासन ने चुनौती के तौर पर लेते हुए पुलिस ने सीसीटीवी के माध्यम से पुजारी के 4 गुर्गों को पकड़ने में सफलता अर्जित की थी। तब उल्हासनगर की तत्कालीन  विधायक ज्योति पप्पू कालानी ने आतंक के  पर्याय बन चुके सुरेश और रवि पुजारी को गिरफ्तार करने मे मुद्दा विधानसभा के सदन में उपस्थित किया था। कालानी पुत्र ओमी कालानी को भी अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी ने धमकी दी थी। हालांकि ओमी कालानी ने रवि पुजारी को और सुरेश पुजारी को आकाश चक्रवर्ती ने उसी की भाषा में मुंह तोड़ जवाब दिया था। उसके बाद सुरेश पुजारी की धमकियों का प्रभाव कम होने लगा था। 

    पुजारी को टक्कर देने की हिम्मत उल्हासनगर  के व्यापारियों ने दिखाई 

    गैंगस्टर सुरेश पुजारी के आतंक और उसके वर्चस्व को समाप्त करने की शुरुआत उल्हासनगर के हमारे कई व्यापारियों द्वारा दिखाई गई हिम्मत और दिलेरी के कारण हुई है। वह भी हमारे जैसा इंसान है, जो खुद छुपकर लोगों को डराने का काम करता हो ऐसे बुजदिलो से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। ऐसे लोगों से घबराने की नहीं बल्कि इस तरह के लोगों से डटकर मुकाबला करने की जरूरत है।

    - सुमीत चक्रवर्ती, अध्यक्ष, उल्हासनगर ट्रेड एसोसिएशन