कल्याण : न्यू कल्याण के नाम से मशहूर कल्याण पश्चिम के खड़कपाड़ा वायले (Khadakpada Viale) नगर इलाके में स्थित द्वारकानगरी नीलकंठ पार्क परिसर के नागरिक पानी (Water) की भारी किल्लत (Shortage) से जूझ रहे हैं। बार-बार महानगरपालिका अधिकारियों (Municipal Officers) की मिन्नते करने के बाद भी पानी की किल्लत दूर नही की गई हैं। जिससे तंग होकर लोगों ने 1 जुलाई को महानगरपालिका कार्यालय पर मोर्चा निकालने की घोषणा की हैं।
जल-निर्वहन कर्मचारियों द्वारा पैसे की मांग की जाती है
कल्याण पश्चिम में वायले नगर क्षेत्र में द्वारकानगरी, नीलकंठ पार्क परिसर में 574 फ्लैट धारक हैं और यहां दो हजार से अधिक नागरिक रहते हैं। यह परिसर पिछले 5 से 7 वर्षों से पानी की गंभीर किल्लत का सामना कर रहा है। इस संबंध में केडीएमसी जल आपूर्ति अधिकारियों को पानी की समस्या का निराकरण करने की बार-बार मांग करने पर भी कोई सुनवाई नही हुई है। नागरिकों ने आरोप लगाया है कि अधिकारी अस्पष्ट जवाब दे रहे हैं। जब ये अधिकारी निरीक्षण के लिए आते हैं तो पानी की लाइन में उचित दबाव पर पानी की आपूर्ति की जाती है। फिर स्थिति वैसी ही हो जाती है जैसी थी। निवासियों का कहना है कि केडीएमसी के जल-निर्वहन कर्मचारियों द्वारा पैसे की मांग की जाती है, लेकिन ऐसा करने से इनकार करने से आवास परिसरों में पानी की आपूर्ति का मुद्दा हल नहीं किया जाता है। केडीएमसी द्वारा टैंकर भी उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं क्योंकि पानी की कमी व्याप्त है। दूसरी ओर, नागरिकों ने आरोप लगाया है कि केडीएमसी अधिकारियों और टैंकर माफिया के बीच वित्तीय मिलीभगत होती हैं, क्योंकि उन्हें निजी टैंकरों को ऑर्डर करने की सलाह दी गई थी।
इस हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में 574 फ्लैट हैं और केडीएमसी को औसतन 5,000 रुपए प्रति फ्लैट के हिसाब से लाखों रुपए टैक्स के रूप में मिलते हैं। इसके बावजूद द्वारकानगरी नीलकंठ पार्क परिसर के नागरिकों ने पत्र लिखकर जानकारी दी है कि पानी नहीं मिलने पर उन्होंने एक जुलाई को महानगरपालिका के ब वार्ड कार्यालय में हंडा मोर्चा निकालने का फैसला किया है।