Know the journey of 'Bittu Boss' from 14 days to two years

    Loading

    ठाणे : ठाणे शहर के येऊर में 2 वर्ष पहले एक तेंदुए (Leopard) का छोटा बच्चा मिला था। इस तेंदुए के बच्चे को  विधायक प्रताप सरनाईक (MLA Pratap Sarnaik) ने गोद (Adopted) लेते हुए उसका नाम बिट्टू बॉस रखा था। इतना ही नहीं बिट्टू बॉस के रहने खाने का पूरा खर्च सरनाईक ने उठाया हैं। 2 वर्ष पहले जब बिट्टू मिला था तब उसका वजन केवल 30 ग्राम ही था लेकिन अब बिट्टू लगभग 30 किलो का तंदुरुस्त तेंदुआ हो गया है। हाल ही में प्रताप सरनाईक ने बिट्टू बॉस से मुलाकात कर उसका हालचाल जाना। 

    गौरतलब है कि 2 वर्ष पहले ठाणे स्थित येऊर के जंगल के समीप केवल 14 दिन का तेंदुए का बच्चा मिला था। वन विभाग ने बच्चे को उसकी मां से मिलवाने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। इस सब के बाद उस बच्चे को संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (Sanjay Gandhi National Park) में फिरसे लाकर उसकी देखभाल शुरू की गई। इस बात की जानकारी जब विधायक प्रताप सरनाईक को मिली तो उनका दिल भर आया और उन्होंने अपने बेटे पूर्वेश सरनाईक के जन्मदिन पर ही तेंदुए के बच्चे को गोद ले लिया और उसे बिट्टू बॉस नया नाम भी दिया। तब से ही बिट्टू बॉस राष्ट्रीय गांधी उद्यान में रह रहा है और उसका सारा खर्च विधायक प्रताप सरनाईक उठा रहे हैं।

    बिट्टू स्वस्थ और तंदुरुस्त है

    विधायक प्रताप सरनाईक ने बताया कि किसी बच्चे के सिर से उसकी मां का साया उठ जाना इससे ज्यादा दुःख की बात क्या हो सकती है। उस समय ही मैंने बिट्टू को गोद लेने की सोची थी। अब बिट्टू मेरे परिवार का सदस्य है और मेरे बेटे की तरह है। मैं और मेरा बेटा पूर्वेश वक्त निकालकर बिट्टू से आए दिन मिलते रहते हैं और उसका हाल चाल लेते रहते है। राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान के डॉक्टरों का कहना है कि बिट्टू स्वस्थ और तंदुरुस्त है।