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नवी मुंबई: विगत कुछ दिनों से नवी मुंबई (Navi Mumbai) में तापमान (Temperature) का तापमान दिनों दिन बढ़ रहा है, जिसकी वजह से नागरिकों को हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) होने का खतरा भी बढ़ने लगा है। इस बढ़ते तापमान ने नवी मुंबई महानगरपालिका (NMMC) का टेंशन बढ़ा दिया है। जिससे निपटने के लिए एनएमएमसी कमिश्नर राजेश नार्वेकर के (NMMC Commissioner Rajesh Narvekar) निर्देश पर महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग द्वारा हीट स्ट्रोक के मरीजों का उपचार करने के लिए नेरूल स्थित मां साहेब मीनाताई ठाकरे अस्पताल में एक विशेष उपचार कक्ष शुरू किया गया है।

गौरतलब है कि नवी मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में सोमवार की रात में 32 डिग्री सेल्सियस तापमान पाया गया, जबकि मंगलवार को दिन में तापमान का पारा 39 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा, लेकिन शहर में रहने वाले नागरिकों इस दौरान 41 डिग्री सेल्सियस तापमान का एहसास हुआ। 

महानगरपालिका कमिश्नर ने की ये अपील

शहर में बढ़ते तापमान को देखते हुए महानगरपालिका कमिश्नर राजेश नार्वेकर ने नागरिकों से अपील की है कि हीट स्ट्रोक से पीड़ित होने पर तुरंत महानगरपालिका के नजदीकी के स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल से संपर्क करें। इसके साथ ही उन्होंने महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग को लू से प्रभावित मरीजों को तत्काल आवश्यक उपचार उपलब्ध कराने और इसके लिए आवश्यक दवा स्टॉक में रखने का निर्देश दिया है।

बिना काम के घरों से नहीं निकलने का सुझाव

नवी मुंबई महानगरपालिका कमिश्नर राजेश नार्वेकर के अनुसार, वर्तमान समय में वातावरण के तापमान में भारी वृद्धि के कारण हीट स्ट्रोक की दर में वृद्धि हुई है। गर्मी की लहर के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव से बचने के लिए नागरिकों को अपने घरों से बिना काम के धूप में नहीं निकलना चाहिए। लोगों अपना और अपने परिवार का ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब वातावरण में तापमान काफी हद तक बढ़ जाता है, तो मानव शरीर का तापमान नियंत्रण तंत्र प्रभावी ढंग से काम नहीं करता है और हीट स्ट्रोक के बाद, विभिन्न लक्षण जैसे चक्कर आना, मतली और उल्टी, सिरदर्द, बार-बार पसीना आना, थकान और कभी-कभी दौरे पड़ने लगते हैं। ऐसे में बिना घबराए तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल से संपर्क करना चाहिए।

आउटडोर खेल सुबह 9.30 बजे से पहले समाप्त हो जाने चाहिए, इसी तरह, शाम को बाहरी गतिविधियां पांच बजे के बाद में रखना चाहिए ताकि धूप की तीव्रता कम महसूस हो। हर घंटे पानी पीने, स्कूलों में टोपी पहनना अनिवार्य करने और फलों का सेवन बढ़ाने का भी सुझाव लोगों को दिया गया है। उच्च तापमान के कारण गर्मी की बीमारी का खतरा है, नागरिकों को घबराना नहीं चाहिए और आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए। गर्मी या लू लगने पर तुरंत महानगरपालिका के अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

-राजेश नार्वेकर, कमिश्नर, नवी मुंबई महानगरपालिका