fraud
Representative Photo

    Loading

    उल्हासनगर : कल्याण (Kalyan) और उल्हासनगर (Ulhasnagar) शहर में अच्छे और मौके की जगह पर दुकाने व फ्लैट देने का आश्वासन देकर उल्हासनगर के 38 वरिष्ठ नागरिको के साथ लगभग 5 करोड़ 54 लाख रुपयों की धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ितों (Victims) का कहना है कि स्थानीय पुलिस (Local Police) में मामला दर्ज होने के वाबजूद अब तक संबंधितों को गिरफ्तार (Arrested) नहीं किया गया है, खुलेआम घूम रहे इन ठगों से उनकी जान का खतरा है। 

    गौरतलब है कि किशोर राजाराम दादलानी (62) ने अपने अन्य 37 साथियों की तरफ से सबूतों सहित पिछले महीने 23 नवंबर को स्थानीय सेंट्रल पुलिस में शिकायत की थी। पुलिस ने इस मामले में उल्हासनगर के सद्गुरु बिल्डर के भागीदार सुंदर बजाज, लाल बजाज, हीरासिंग आइलसिंघानी, मनमोहन आइलसिंघानी, फेरू लुल्ला, नंदलाल लुल्ला और गोविंद मनचंदा और ओम मनचंदा के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 409, 420, 34 सहित अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया है। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने  38 निवेशकों के साथ  5 करोड़ 54 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी की है।

    मंगलवार की दोपहर धोखाधड़ी का शिकार हुए बुजुर्गों ने  किशोर दादलानी की मौजूदगी में स्थानीय पत्रकारों को बताया कि जिंदगी के शेष दिन अच्छी तरह कट जाए इसलिए जिंदगी भर की कमाई हमने उक्त लोगों को ब्रोकर के माध्यम से उन्हें सौपीं। ताकि दुकान के किराए से अपना खर्चा निकाल सके। पीड़ित उपस्थित सभी बुजुर्ग निवेशकों ने यह भी कहा की जो हमारे साथ हुआ यह घटना अन्य किसी और बुजुर्गों के साथ न हो इसलिए हमने मीडिया का सहारा लिया। इस मौके पर ठगी के शिकार हुए वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि उल्हासनगर के कुछ रसूखदार लोग आरोपियों की मदद कर रहे है जो गलत है।

    सभी बुजुर्गों ने दु:खी और व्यथित होकर प्रशासन से अपील की

    सभी ने अपील की है कि कृपया वे उन्हें मदद करना बंद करें और कठोर कार्रवाई नहीं होने के कारण आरोपियों के हौसले बुलंद है। एफआईआर हो जाने के बावजूद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे है। जिस वजह से हम 38  बुजुर्गों और हमारे परिवारजनों को डर सता रहा है कि  हमारी जान को धोखा हो सकता है। ये लोग हमारे साथ कुछ भी कर सकते है, साथ ही सभी बुजुर्गों ने दु:खी और व्यथित होकर प्रशासन से अपील की है कि, हमें हमारे पैसे सद्गुरु बिल्डर डेवलपर से दिलवा दें ताकि हमारा बुढ़ापा आसानी से कट सके।