ठाणे महानगरपालिका ने मांगा एमएमआरडीए से 60 करोड़, ये है वजह

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    ठाणे : ठाणे (Thane) के आनंदनगर (Anandnagar) से माजीवाड़ा नाका (Majiwada Naka) सड़क मरम्मत का जिम्मा एमएमआरडीए (MMRDA) ने ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) को दिया है। जिसकी लंबाई 4.80 किलोमीटर है। परंतु, महानगरपालिका की आर्थिक हालत ठीक नही है। साथ ही महानगरपालिका प्रशासन ने महानगरपालिका द्वारा जब इस सड़क का सर्वे कराया गया तो पता चला कि सड़क मरम्मतीकरण के लिए कुल 60 करोड़ रुपए खर्च होंगे। साथ ही महानगरपालिका ने अब हाथ खड़े कर दिए है और एमएमआरडीए को पत्र लिख कर कहा है कि यह राशि एमएमआरडीए द्वारा पहले दी जाए उसके बाद ही सड़क मरम्मतीकरण की जिम्मेदारी महानगरपालिका लेगी। 

    बता दें कि मुंबई महानगरपालिका कमिश्नर ने मुंबई हाईकोर्ट में कहा था कि सड़क हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसलिए सड़कों पर गढ्ढे पड़े हैं। यदि सड़कें मुंबई महानगरपालिका की सीमा में होती तो सड़कों को स्थिती बेहतर होती। उसके बाद ही एमएमआरडीए ने मुंबई महानगरपालिका और ठाणे महानगरपालिका को पत्र लिखकर आनंद नगर से माजीवाड़ा नाका तक सड़क मरम्मतीकरण और उसकी देखभाल करने की जिम्मेदारी लेने का अनुरोध किया था। एमएमआरडीए के अनुरोध पर ठाणे महानगरपालिका ने ओल्ड जकात नाका (आनंद नगर) मुलुंड से गोल्डन डाइज जंक्शन, मजीवाड़ा तक 4.80 किमी की सड़क का सर्वे किया। महानगरपालिका के सर्वे में पता चला कि कुल 60 करोड़ रुपए की निधी सड़क मरम्मतीकरण और देखभाल में खर्च होगी। इस सर्वे के बाद अब ठाणे महानगरपालिका ने पहले 60 करोड़ रुपए की निधी देने की मांग एमएमआरडीए से की है। महानगरपालिका ने पत्र में साफ कहा है कि पैसा मिलने के बाद ही ठाणे महानगरपालिका सड़क की जिम्मेदारी लेगी। 

    प्रतिवर्ष सड़क देखभाल में दो करोड़ का खर्च

    महानगरपालिका के मुताबिक यदि एमएमआरडीए ठाणे महानगरपालिका को वर्तमान समय में 60 करोड़ रुपए की निधी देती है तो दोनों नाकों का मरम्मतीकरण हो जाएगा साथ ही प्रतिवर्ष सड़क देखभाल में डेढ़ से दो करोड़ रुपए का खर्च महानगरपालिका करेगी। अब देखना यह होगा कि एमएमआरडीए कब तक ठाणे महानगरपालिका प्रशासन को यह निधि आवंटन करती है।