गणेश उत्सव से पहले भरेंगे शहर की सड़कों के गड्ढे : महानगरपालिका कमिश्नर

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    ठाणे : अगले महीने प्रथम पूजनीय भगवान गणेश (Lord Ganesha) का आगमन हो रहा है। इस साल त्योहार पर लगे प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। जिसे लेकर गणेश भक्तों (Devotees) में खुशी नजर आ रही है। गणेश उत्सव के दौरान किसी भी प्रकार के बाधाओं का सामना गणेश भक्तों को न करना पड़े इसके लिए प्रशासन मुस्तैद है। उक्त मत महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा (Municipal Commissioner Dr. Vipin Sharma) ने व्यक्त करते हुए विश्वास जताया है कि प्रशासन की तरफ से सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी और इस बार गणेश उत्सव के दौरान सड़कें (Roads) गड्ढा (Potholes) मुक्त होंगी। 

    गणेशोत्सव को पर्यावरण तरीके से मनाने की अपील

    महानगरपालिका मुख्यालय में गणेशोत्सव मंडल, पुलिस प्रशासन और महानगरपालिका प्रशासन के बीच बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कमिश्नर शर्मा इस वर्ष भी गणेशोत्सव को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाने की अपील की है। कमिश्नर ने गणेश मंडलों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले सप्ताह कुछ निर्देश दिए थे। जिसका पालन महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार मंडलों को नि:शुल्क अनुमति दी जाएगी। कमिश्नर ने मंडलों से गणेश उत्सव को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने का आवाहन करते हुए आश्वस्त किया कि विसर्जन रोड, सड़कों पर गड्ढों, ओवरहेड तारों पर ध्यान देने, जिन स्थानों पर पेड़ की शाखाएं गणेश विसर्जन मार्ग में बाधा डाल रही हैं, वहां की शाखाओं को काटने का काम किया जाएगा। उन्होंने गणेशोत्सव मंडलों से कोर्ट के फैसले के अनुसार नियमों का पालन करने की भी अपील की। 

    महानगरपालिका ने स्पष्ट किया कि इस वर्ष भी वन विंडो योजना लागू की जाएगी। हालांकि, गणेशोत्सव मंडलों की ओर से प्रशासन से मंडप की अनुमति और अन्य अनुमति समय से दिलाने की मांग की गयी। जिसमें मुख्य रूप से आरती का समय बढ़ाया जाए, सड़कें गड्ढों से मुक्त करने, विसर्जन की समय सीमा बढ़ाने और देर रात तक विसर्जन के दौरान मनुष्य बल बढ़ाने जैसे मांगों का समावेश है। 

    ट्रैफिक जाम से भी मिले मुक्ति 

    गणेश मंडलों ने बैठक पुलिस प्रशासन से मांग किया कि ठाणेकर पिछले 15 दिनों से ट्रैफिक जाम का सामना कर रहे है। ऐसे में ठाणेकरों को गणेश उत्सव के दौरान भी जाम का सामना न करना पड़े इसके लिए गणेशोत्सवम अवधि के दौरान बड़े वाहनों को शहर में आने से रोका जाए और यातायात को कैसे सुचारू किया जाए। इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।