Supreme Court
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    मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति आये दिन गरमाती जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और पूर्व मुख्य मंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बीच तनातनी मची हुई है। दोनों गुटों के नेता और कार्यकर्ता एक दूसरे को लेकर हमलावर हैं। भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission) के आदेश के बाद शिवसेना (Shiv Sena) का नाम और धनुष-बाण शिंदे गुट को आवंटित किया जा चुका है। धीरे धीरे करके शिंदे गुट शिवसेना पर कब्जा करता जा रहा है। इससे उद्धव ठाकरे गुट में काफी नाराजगी और आक्रोश है। सांसद संजय राउत ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट उम्मीद की आखिरी किरण है।  लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और न्याय मांगेगे।  

    चुनाव आयोग के फैसले पर उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट उम्मीद की आखिरी किरण है। इस देश में सभी संस्थानों ने काम करना बंद कर दिया है। लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है। इसलिए अब एकमात्र उम्मीद सुप्रीम कोर्ट है। हम वहां जाएंगे और न्याय मांगेंगे। 

    वहीं सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वह कल दोपहर 3:30 बजे चुनाव चिन्ह “धनुष और तीर” पर चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देने वाली शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगा।

    वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में, वकील ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम “शिवसेना” और चुनाव चिन्ह “धनुष और तीर” आवंटित करने के चुनाव आयोग के कदम को चुनौती देने वाली उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट द्वारा दायर याचिका का उल्लेख किया। वहीं आज यानी मांगलवार शाम को शिवसेना की पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी (first National Executive meeting of Shiv Sena) की बैठक होगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में कुछ नए पदाधिकारी निर्वाचित/नियुक्त हो सकते हैं। 

    गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को ‘शिवसेना’ नाम और इसका चुनाव चिह्न ‘धनुष और बाण’ मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाले गुट को आवंटित कर दिया। इससे उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है। सोमवार को उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और शिंदे सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं संजय राउत ने आरोप लगाते हुए अमित शाह पर निशाना साधा था। उनका कहना है कि करोड़ों रूपये खर्च कर शिवसेना को तोड़ा गया है।