MVA Seat Sharing Formula

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नवभारत न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई:
महाविकास आघाडी के शीर्ष नेताओं ने भले ही मंगलवार को यह ऐलान कर दिया कि सीटों के बंटवारे का मुद्दा सुलझ गया है, लेकिन इसके खिलाफ जहां सांगली में कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री विश्वजीत कदम की अगुवाई में विशाल पाटिल ने बगावत का बिगुल बजा दिया है, वहीं मुंबई की दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से उम्मीदवारी न मिलने से मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मंत्री वर्षा गायकवाड़ भी बेहद नाराज़ हैं। मंगलवार को मुंबई में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में वर्षा नहीं पहुंची, उन्होंने अपने तेवर से साफ़ कर दिया है कि मुंबई में जिस तरह से सीटों का बंटवारा हुआ है। इससे वे खुश नहीं हैं। वहीं सांगली सीट से पूर्व मंत्री विश्वजीत कदम की पूरी कोशिश कांग्रेस की तरफ से विशाल पाटिल को उम्मीदवार बनाने की थी, लेकिन ऐसा न होने से वे भी अब बगावत के मूड में हैं।

सांगली में विशाल पाटिल निर्दलीय लड़ सकते हैं चुनाव
सांगली सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक विशाल पाटिल ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक सांगली की सीट के लिए एक बार फिर कांग्रेस ने उद्धव की पार्टी को नांदेंड़ की सीट देने का ऑफर दिया है। इस बारे में राकां अध्यक्ष शरद पवार से मध्यस्थता करने की अपील की गई है, लेकिन अब इसकी संभावना कम नज़र आ रही है कि उद्धव सांगली सीट से अपने उम्मीदवार चन्द्रहार पाटिल को दूसरी जगह शिफ्ट करेंगे।

कार्यकर्ताओं में नाराजगी ,कदम व पाटिल नॉट रिचेबल
सांगली की सीट यूबीटी को मिलने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। शशिकांत नागे ने कहा कि यहां से विशाल पाटिल को उम्मीदवारी मिलनी चाहिए थी। लेकिन जिन लोगों ने उनका टिकट काटने की साजिश रची है, उनका करेक्ट कार्यक्रम यहां किया जाएगा। विशाल पाटिल और विश्वजीत कदम दोनों ही नॉट रिचेबल हो गए हैं। विशाल पाटिल राज्य के पूर्व सीएम वसंत दादा पाटिल के पोते हैं।

कमजोर नेतृत्व से हुआ यह हाल- चव्हाण ने पटोले को लेकर रगड़ा नमक
कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस के कमज़ोर नेतृत्व की वजह से आज कांग्रेस को सांगली व भिवंडी की अपनी सीटों से हाथ धोना पड़ा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस की स्थिति कभी ऐसी नहीं थी। चव्हाण ने यह बयान देकर प्रदेश अध्यक्ष के जख्मों पर नमक रगड़ने का काम किया है।