मलनिस्सारण के चेंबर से फैली गंदगी, जेबी साइंस कालेज मार्ग पर जलभराव ने बढ़ाई समस्याएं

  • गट्टू लगाने का कार्य भी रोक दिया

Loading

वर्धा. शहर की मलनिस्सारण योजना से निरंतर समस्याओं में वृद्धि देखने को मिल रही है़ जेबी साइंस कालेज मार्ग पर बनाए गए चेंबर से निरंतर पानी निकलने से जलभराव हो गया है़ इस कारण परिसर में गंदगी फैल रही है़ मार्ग पर गट्टू लगाने का कार्य प्रस्तावित था़ किंतु, समस्या के चलते रोक दिया गया है.

मलनिस्सारण योजना के चेंबर बनाते समय किसी भी प्रकार का नियोजन नहीं दिखाई दिया़ यह चेंबर बनाने के लिए मार्ग के बीचोबीच खुदाई की गई़ किंतु, मरम्मत कार्य सही ढंग से नहीं होने के कारण शहर के मार्गों की हालत जर्जर बनी हुई है़ मल निस्सारण योजना के चेंबर बनाने का कार्य 80 प्रश के आसपास पूर्ण हो गया है़ बारिश का पानी चेंबर में भर गया था. पानी निकालने के लिए उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण अभी भी कुछ जगह वह भरा है़ ऐसे में पिछले कुछ महीनों से जेबी साइंस कालेज मार्ग पर चेंबर से निरंतर पानी निकलने से समस्या गंभीर बनी हुई है.

ठोस उपाय योजना करना जरूरी

मलनिस्सारण योजना के चेंबर में बारिश का पानी जमा हो जाने के कारण अनेक जगह मार्ग पर आ रहा था़ महादेवपुरा, इतवारा परिसर के अनेक मार्ग जलमय हो गए थे़ अधिकांश नागरिकों के घरों में भी पानी आने से समस्या गंभीर हो गई थी़ किंतु, जेबी साइंस कालेज परिसर में चेंबर से पानी निकलना अभी भी शुरू है़ अगर ठोस उपाय योजना नहीं की गई तो परिसर में निरंतर जलभराव से समस्या गंभीर होती जाएगी.  

मार्ग क्षतिग्रस्त होने का बढ़ा खतरा

मार्गों के बीचोबीच मलनिस्सारण योजना के चेंबर बनाएं गए है़ इसमें बारिश का पानी निरंतर जमा रहने से निर्माण कार्य कमजोर होने की संभावना बढ़ गई है़ मार्ग से ट्रकों व अन्य भारी वाहनों का हमेशा ही आवागमन शुरू रहता है़ ऐसे में मार्ग क्षतिग्रस्त होने का डर है़ चेंबर में पानी जमा नहीं रहना चाहिए. इसके लिए प्रयास करने होंगे.

निर्माण कार्य की जांच करना जरूरी

शहर में नगर परिषद प्रशासन की मलनिस्सारण योजना विफल साबित हुई है़ केवल भ्रष्टाचार करने के लिए यह योजना लाई गई़ बारिश के दिनों में महादेवपुरा, इतवारा परिसर में अनेक लोगों के घरों में गटर के चेंबर का पानी घुस गया था़ जेबी साइंस कालेज मार्ग पर समस्या तो और भी गंभीर बनी हुई है़ समस्या के चलते मार्ग पर गट्टू लगाने का कार्य अधूरा छोड़ने की नौबत आयी है. 

-रिजवान पठान, नागरिक.