paddy crop RAIN
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वर्धा. गत सप्ताहभर से मौसम में निरंतर बदलाव देखने मिल रहे है़ं ऐसे में जिले में बेमौसम तूफानी बारिश के कारण कई हिस्सों में गेहूं, चना व संतरे की फसल प्रभावित हुई़ परंतु पिछले सात दिनों से सभी पटवारी, कृषि विभाग के कर्मी हड़ताल में शामिल हुए. इस कारण नुकसान क्षेत्र का सर्वे व पंचनामे अटके पड़े हैं.

परिणामवश जिले का किसान पूर्णत: हताश हो गया है़ पहले ही खरीफ मौसम में अतिवृष्टि के कारण सोयाबीन, कपास व संतरा फसल का भारी नुकसान हुआ़  इससे किसान आर्थिक संकट में आ गया है. सरकार की ओर से अल्प मुआवजा किसानों को दिया गया़  इसमें लागत खर्च भी न निकल पाने के कारण किसान पूर्णत: टूट चुका है.

ऐसे में किसानों की उम्मीदें रबी मौसम पर थी़ इन दिनों खेतो में फसल लहलहा रही है़ गेहूं व चने की फसल निकालने का काम चल रहा है़  ऐसे में गत सप्ताहभर से जिले में हर दिन रात्री के समय बिजली की कड़कड़ाहट के साथ तूफानी बारिश हो रही है़ इसमें कई हिस्सों में नुकसान दर्ज किया गया़ इसका कृषि विभाग ने प्राथमिक अनुमान भी जारी किया है.

नुकसान क्षेत्र का नहीं हो रहा निरीक्षण 

नुकसान के कारण किसानों की आंखों से आंसू छलक रहे है़ं खरीफ के बाद रबी में बेमौसम बारिश का यह संकट किसानों की कमर तोड़ रहा है़ वहीं सोमवार क शाम तक सभी सरकारी कर्मी हड़ताल पर चले गए थे. ऐसे में नुकसान क्षेत्र का सर्वे व पंचनामा करने के लिये कोई भी किसानों के खेतों में नहीं पहुंच रहा है़ एक ओर मुख्यमंत्री ने सभी जिला प्रशासन को शीघ्र नुकसान क्षेत्र के पंचनामे पेश करने के निर्देश दिये है़ वहीं दूसरी ओर कर्मी हड़ताल पर चले गए थे. इस दौरान किसानों के नुकसान की ओर कोई देखने के लिये तैयार नहीं. इस ओर गंभीरता से ध्यान देना जरूरी है.