farmers Protest

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    देवली (सं). खेत के कृषि पंप की बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है़ परिणामवश खेत की फसलों का नुकसान हो रहा है़ यह कार्रवाई अन्यायकारक तथा गैरकानूनी होने से इसे तत्काल रोकने की को लेकर किसान संगठन ने बिजली महावितरण कंपनी के सामने आंदोलन किया़  किसानों पर बकाया बिजली के बिल वसूली के लिए महावितरण की ओर से बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है.

    रबी के मौसम की फसल किसानों के खेत में है़ ऐसे में फसलों को पानी नहीं मिला तो फसल बर्बाद हो जाएगी, जिससे देश के अन्न सुरक्षा का प्रश्न निर्माण होगा़ बिजली आपूर्ति खंडित करके बिजली महावितरण कंपनी अन्न सुरक्षा कानून भंग कर रही है़ बिजली कानून के अनुसार खेत में बिजली आपूर्ति खंडित करने के पूर्व 15 दिनों की नोटिस देना जरूरी है.

    किसानों पर दर्ज मामले जल्द वापस लें 

    कंपनी की ओर से नियमों का उल्लंघन करने के बावजूद सरकार अनदेखी कर रही है़  इसके खिलाफ इगतपुरी में किसानों ने आंदोलन करने पर उन पर मामले दर्ज किए गए़  यह मामले तुरंत वापस लेने की मांग की गई़  आंदोलन में प्रदेशाध्यक्ष स्वभाप मधुसूदन हरणे, किसान युवा आघाड़ी के पूर्व अध्यक्ष सतीश दाणी, युवा आघाड़ी के कार्याध्यक्ष प्रमोद तलमले, विभागीय अध्यक्ष पूर्व विदर्भ सचिन डाफे, खुशाल हिवरकर, मुकेश धाडवे, भूषण दरणे, शांताराम भालेराव, नारायण धोटे, दामोदर दंडारे, सारंग दरणे, शालिक खड़से, शंकर रेवाडे आदि किसान उपस्थित थे.

    बिजली कंपनी की कार्रवाई गैरकानूनी

    इगतपुरी में आंदोलनकर्ता किसानों पर दर्ज मामले वापस ले. रीडिंग के अनुसार बिजली बिल की दुरूस्ती करें ताकि किसानों को बिजली बिल भरने में आसानी होगी़ सब स्टेशन से अथवा पूर्ण डीपी बंद कर बिजली आपूर्ति खंडित करना गैरकानूनी होने से इसे तत्काल रोकने की मांग महावितरण के अधीक्षक अभियंता को निवेदन सौंपकर की गई है.