वर्धा. राज्य सरकार ने किसानों को वित्तीय संकटों से उबारने के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया है़ योजनाओं के माध्यम से किसानों के उत्पादन में वृद्धि करते हुए उन्हें सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है़ लेकिन अधिकांश योजनाएं विभागों की लापरवाही के कारण विफल साबित होने लगी है़ 1 अप्रैल 2019 से आरंभ की गई सौर पंप की योजना वर्धा जिले में पूरी तरह असफल साबित हो रही है़ अब तक जिले के अनेक किसानों ने इस योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किए है़ लेकिन महावितरण कंपनी द्वारा संबंधित किसान लाभार्थियों को अब तक सौर पंप उपलब्ध नहीं कराये गए़ कई किसानों ने सौर पंप की डिमांड राशि भी कार्यालय में जमा करवाई है़ लेकिन अब इन किसानों को महावितरण कंपनी कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे है.
ज्यादा समय तक नहीं रहती बिजली
अनेक किसानों ने खेत में मोटरपंप के लिए महावितरण कंपनी से बिजली ली है़ लेकिन ज्यादातर समय बिजली खंडित रहने से किसानों को खेत में सिंचाई करना कठिन हो रहा है़ इस पर विकल्प के रूप में सौर पंप उपलब्ध कराने के लिए योजना सरकार द्वारा अमल में लाई़ लेकिन अभी भी अनेक किसान सौर पंप से वंचित है़ कुछ किसानों ने खेत में डीजल पर चलने वाली मोटरपंप ली़ डीजल काफी महंगा हो जाने से किसानों को परेशानी हो रही है.
महावितरण ने स्थापित किया ऑनलाइन पोर्टल
महावितरण कंपनी ने इस योजना के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी स्थापित किया़ किसानों ने इंटरनेट कैफे समेत सीएससी सेंटर पहुंचकर योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन भी किए़ लेकिन अब तक जिले के अनेक किसानों को सौर पंप उपलब्ध नहीं कराया गया है़ कई किसानों ने सौर पंप की डिमांड राशि भी महावितरण कंपनी कार्यालय में अदा की है़ लेकिन उन्हें भी योजना से लाभान्वित नहीं किया गया़ अब किसान महावितरण कंपनी के कार्यालय पहुंचकर सौर पंप के संदर्भ में जानकारी ले रहे है.