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  • महिला ग्रामसभा में लिया गया निर्णय

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वर्धा. लड़कियों के जन्म का अनोखे पद्धति से स्वागत करते हुए पुरस्कार के तौर पर 2000 रुपए तथा विधवा प्रथा बंद करने का संकल्प लेते हुए विधवा पुनर्विवाह के लिए 10,000 रुपए आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव जिले की आंजी ग्रामपंचायत ने लिया है. यह प्रस्ताव अपने आप में ही विशेष है. विदर्भ की किसी ग्रापं ने शायद ही ऐसी पहल की होगी. इस निर्णय के लिए ग्रामपंचायत को सभी ओर से बधाई दी जा रही है.

महिला ग्रामसभा में सर्वानुमति से लिया निर्णय

आंजी बड़ी ग्रामपंचायत की महिला ग्रामसभा का आयोजन हाल ही में किया गया. ग्रामपंचायत ने ग्रामसभा में काफी महत्वपूर्ण अहम निर्णय लिया है. दस फीसदी महिला व बालविकास इस शीर्ष के अंतर्गत ग्रामनिधि से गांव में लड़कियों का जन्म होने पर उस परिवार को 2000 रुपए आर्थिक सहायता दी जाएगी. 1 सितंबर 2022 के बाद लड़की का जन्म होने पर यह निर्णय लागू होगा. इससे कन्या भ्रृण हत्या जैसी घटनाओं को रोकने में कहीं ना कहीं मदद मिलेगी. 

महिलाओं का किया समुपदेशन व मार्गदर्शन

उसी तरह विधवा प्रथा बंद करने का संकल्प भी किया गया है. इसके तहत विधवा पुनर्विवाह के लिए 10,000 रुपए आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया गया है. यह निर्णय भी 1 सितंबर से लागू किया गया है. यह दोनों प्रस्ताव सर्वसम्मति से ग्रामसभा में मंजूर किए गए. उक्त समय महिला सम्मान व दिशा इस विषय के अंतर्गत सभी महिलाओं का समुपदेशन व मार्गदर्शन किया गया. ग्रामसभा में सरपंच जगदीश संचरिया, ग्राम विकास अधिकारी राठौड़, ग्रापं उपसरपंच दिलीप रघाटाटे, ग्रापं सदस्य नरेश पचारे, मोहन पराते, किरण बोरकर, माया चहांदे व ग्रापं कर्मचारी उपस्थित थे.

विविध क्षेत्र की महिलाओं का किया सत्कार

स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा कार्यक्रम चलाने के लिए ग्रामपंचायत को सहकार्य करने वाले बचत समूह की महिला, युवती, आंगनवाड़ी सेविका, सहायक, विविध स्कूल की शिक्षिकाओं का ग्रापं की ओर से ग्रामसभा में सत्कार किया गया.