Yuva Sangharsh Yatra

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वर्धा. वर्तमान सरकार किसी भी विषय पर गंभीर नहीं है. बढती महंगाई किसानों की कमर तोड रही है. खेती उपज सामग्री की कींमते बढ रही़ पेट्रोल, डिजल का मूल्य बढा. परंतु इतने वर्षों से किसानों की उपज का दाम नहीं बढाया गया. सरकार की गलत नीति किसानों के लिये मारक बनी है़ राज्य सरकार झुट बोलकर संभ्रम पैदा कर रही है. ऐसा आरोप राकां के युवा नेता व विधायक रोहित पवार ने लगाया.

युवा संघर्ष यात्रा गुरुवार की शाम वर्धा में दाखील हुई. स्थानीय छत्रपति शिवाजी महाराज चौराहे पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वें बोल रहे थे. इस प्रसंग पर कन्हैया कुमार, पूर्व पालकमंत्री सुनील केदार, सुरेश देशमुख, रोहित पाटील, सुनिल राऊत, मनोज चांदुरकर, राजू तिमांडे, जयश्री शेलके, शेखर शेंडे, हेमलता मेघे, श्रीकांत मिरापुरकर, मनोज चांदुरकर, अभिजीत फालके, ज्योती देशमुख, संदीप किटे, विराज शिंदे, आफताब खान व अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौजूद थे. रोहित पवार ने आगे कहा कि, भाजपा सरकार जाति, धर्म में विवाद पैदा कर रही है.

अब मराठा व ओबीसी के बिच आग जलायी गई है़ इसका विरोध हमें करना चाहिये़ इससे आमजनो की समस्या हल नहीं होनेवाली़ वर्धा, सोवाग्राम भूमि का महत्व अधिक है़ इस भूमि में आने के बाद ऊर्जा मिलती है़ नागपुर अधिवेशन शुरु हुआ़ यहां महिला सुरक्षा, किसान, बढती बेरोजगारी पर चर्चा होनी चाहिये, यह उम्मीद है़ विदर्भ में अतिवृष्टि व बेमौसम बारिश से कपास, सोयाबीन, तुअर, चने का भारी नुकसान हुआ है़ परंतु अब तक पंचनामे नहीं किये गये.

देवेंद्र फडणीवस विदर्भ के बडे नेता हैं, किन्तु झुट काफी बोलते है. वें डेढ वर्ष वर्धा के पालकमंत्री रहे. लेकिन जिले के लिये कुछ नहीं किया. जिले में बेरोजगारी रोकने के लिये कोई कदम नहीं उठाये गये. राज्य के प्रोजेक्ट गुजरात जा रहे है. इसके पिछे बडा षडयंत्र है. सुशिक्षीत बेरोजगारो को न्याय देने कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे. उद्योगमंत्री केवल नामधारी है. अनेक प्रश्न है, जिसे सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया तो हम रास्ते पर उतरकर उन्हें जवाब देंगे, ऐसा चेताया़ यही नहीं तो रोहित पवार ने कसिनो बिल का उल्लेख कर चंद्रशेखर बावनकुले पर भी तंज कसा.

केदार की उपस्थिति नहीं आयी रास

कांग्रेस के नेता सुनिल केदार की उपस्थिति मंच पर जिले के बडे सहकार क्षेत्र के राकां नेता व कांग्रेस नेताओ को रास नहीं आयी़ कुछ माह पूर्व दोनो नेताओं ने संयुक्त पत्रपरिषद लेकर केदार का विरोध किया था़ आज उनके ही साथ मंच साजा करने की नौबत उनपर आन पडी.