Cold
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    आर्वी (सं). जिले में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे जगह-जगह अलाव जलाते नजर आ रहे हैं. दिन के समय भी सर्द हवाओं का एहसास नागरिकों को हो रहा है. इसके चलते स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर और गरमाहट देने वाले कपड़ों की डिमांड भी बढ़ने लगी हैं. कड़ाके की ठंड से राहत पाने के लिए चाय की टपरियों पर लोगों को हुजूम रोजाना सुबह से शाम के समय उमड़ रहा है, जमकर चाय की चुस्कियां ली जा रही है. सर्द हवाएं इतनी महसूस हो रही है कड़क चाय भी ठंड लगने लगी है. जिले में 30 जनवरी तक ठंड बरकरार रहने का अनुमान मौसम विभाग का है. 

    ठंड ने जिले में कहर बरपाने का किया काम 

    ठंड ने जिले में कहर बरपाने का काम किया है. इस बार ऐसी ठंड का लोगों को सामना करना पड़ा, जिसके बारे में कभी किसी ने सोचा भी नहीं था. जिले के ग्रामीण इलाकों में ठंडी के चलते जगह-जगह पर अलाव जलते नजर आ रहे हैं. दिन में आसमान साफ और सूर्यदेवता के दर्शन होने पर भी लोगों को हल्की फुल्की ठंड का सामना करना पड़ा है. वहीं रात के तापमान तेजी से कमी आ रही है. सर्द हवाओं के चलते पड़ रही ठंडी से लोगों के शरीर से गर्म कपड़े अब भी उतर नहीं रहे हैं. पंजाब से बहने वाले चक्राकर हवाओं के अलावा पश्चिम हिमालय क्षेत्र में हो रही बारिश, बर्फबारी के चलते ठंडी का प्रमाण बढ़ गया है.

    ठंड का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा 

    इन दिनों शहर सहित जिले में बढ़ रही ठंडी का सबसे ज्यादा प्रभाव छोटे बच्चों पर हो रहा है. बच्चों को भी सर्दी, खांसी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि छोटे बच्चों को ठंड से सुरक्षित रखने के लिए उनकों गरम कपड़े पहनाकर रखे साथ ही बच्चों को घर में ही रखा जाए. बच्चों में प्रतिकार शक्ति कम होती है. बीमारियां आसानी से जकड़ लेती है. बच्चों को सुरक्षित रखने पर अभिभावकों ने विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. 

    सड़क किनारे रहने वाले लोगों के बुरे हाल

    इन दिनों सर्द हवाओं के चलते सड़क किनारे गुजर बसर करने वाले बेसहारा लोगों के हाल काफी बुरे है. बेसहारा लोगों को कटी फटी कंबलों के सहारे खुद को ठंड से बचाव करते देखा जा सकता है.