वर्धा. छत्तीसगढ़ सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रदीप शर्मा ने पत्र परिषद में कहा कि ग्रामीण में ज्यादातर लोग किसानी तथा इससे जुड़े पूरक व्यवसाय करते है़ं पशुपालन व्यवसाय सदियों से किया जा रहा है़ गाय की दूध देने की क्षमता समाप्त होने पर पशुपालक पर देखभाल का बोझ अधिक बढ़ जाता है़ ऐसे में ग्रामीणों को बल देने पशुपालकों से गोबरधन न्याय योजना अंतर्गत 2 रुपए की दर से गोबर खरीदी शुरू की है़ इसके तहत 5 हजार 262 गावों में गांवठान सक्रिय कर प्रतिदिन गोबर खरीदी किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को राहत मिली है़ पशुधन को गोधन में परिवर्तित किया जा रहा है.
छग सरकार ने अब तक खरीदा 40.21 क्विंटल गोबर
सरकार ने अब तक 40.21 लाख क्विंटल गोबर खरीदी किया़ इसके एवज में किसानों को 80.82 करोड़ रुपए गोबर जमा करने वालों को दिए है़ इसमें से 65.31 प्रतिशत लोग भूमिहीन है़ इस गोबर एवं खेत के कचरे का उपयोग कर अब तक 65,260 वर्मी कम्पोस्ट टंकियों से 71,320 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट निर्माण किया गया है़ इसकी गुणवत्ता नियंत्रण की व्यवस्था भी निर्माण की गई है़
गांधीवादी प्रयोग के माध्यम से ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही संकल्पना के बारे में विस्तृत जानकारी दी़ उन्होंने अपनी संकल्पना से पशुधन को गोधन में परिवर्तित किया है़ तपोधन श्रीकृष्णदास जाजू के स्मृति दिवस पर जाजूवाडी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
साकार करेंगे रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क
विभिन्न उद्योगों के केंद्र के रूप में गांवठान को विकसित करने की प्रक्रिया अनेक गांवों में शुरू हो चुकी है़ इस जगह पर महिला बचत समूह के माध्यम से परसबाग, मशरुम की खेती, मत्स्यपालन, कुक्कुटपालन, बकरी संगोपन, गोबर से दीपक, गमले तथा अगरबत्ती बनाने के उद्योग शुरू किए गए है़ं इन उद्योगों के माध्यम से समूहों को 9.42 करोड़ से अधिक उत्पादन हुआ है़ इसके साथ ही गांवठान का यह परिसर वनोपज प्रकिया, वन औषधि प्रक्रिया अन्न प्रक्रिया इस तहर के उद्योगों का समावेश है़ ग्रामीणों की ओर से उत्पादित वस्तुओं को बेचने की जिम्मेदारी सरकार ने ली है़ इसके लिए सी मार्ट खोले जा रहे है. पत्र परिषद में डा़ उल्हास जाजू, डा़ सुहास जाजू व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.