Expired Injection, Wardha

  • कालबाह्य इंजेक्शन से गाय की मृत्यु
  • प्रहार की पशुसंवर्धन विभाग में दस्तक

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वर्धा. कालबाह्य इंजेक्शन देते हुए गलत इलाज से गाय की मौत हो गई. इसमें किसान का भारी नुकसान हुआ. इस संबंध में टालमटोल रवैया अपनाये जाने से मंगलवार को प्रहार जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिप के पशुसंवर्धन विभाग में दस्तक दी. जहां विभाग प्रमुख अनुपस्थित होने से उनकी कुर्सी को ही मांगों का ज्ञापन चिपकाया गया.

बता दें कि सेलू तहसील के गोंडसुला निवासी युवा किसान राम कवड़ू भारती ने कर्ज उठाकर गाय खरीदी थी़, परंतु 10 दिनों में ही गाय की तबियत बिगड़ने से उन्होंने हमदापुर के पशु चिकित्सक डा. भिसे को इलाज के लिए बुलाया था. डा. भिसे ने किसान से 5 से 6 हजार रुपए ले लिए. इसके पश्चात गाय को कालबाह्य इंजेक्शन लगाकर गलत इलाज किया.

उक्त इंजेक्शन की बोतल वहीं पर फेंक दी. 2 दिन के बाद गाय के शरीर पर सूजन आने लगी. इस संबंध में बताने पर चिकित्सक ने कुछ दवाई नहीं दी. इसमें गाय की मौत हो गई. पोस्टमार्टम के लिए दो दिन गाय का शव रखा गया, परंतु कोई भी नहीं पहुंचा. अंतत: किसान ने गाय की अंतिमविधि कर दी. इस संबंध में किसान ने न्याय की गुहार लगायी, परंतु कोई प्रतिसाद नहीं मिला.

कार्रवाई का आश्वासन

इसके पश्चात किसान ने इस संबंध में प्रहार के जिला प्रमुख विकास दांडगे को आपबीती बताई. मंगलवार, 29 को दांडगे के नेतृत्व में प्रहारी पशुसंवर्धन विभाग में पहुंचे. करीब तीन घंटे पशुसंवर्धन अधिकारी के कक्ष में ठिया आंदोलन किया. अधिकारी के न पहुंचने से संतप्त कार्यकर्ताओं ने उनकी कुर्सी को ज्ञापन चिपका दिया. 

कार्यालय में उपस्थित डा़ वंजारी ने मामले को लेकर बैठक बुलाने का आश्वासन देने पर कार्यकर्ताओं ने आंदोलन वापस लिया़ जिप अध्यक्ष सुनीता गाखरे से भी भेंट कर उन्हें प्रकरण से अवगत कराया. उन्होंने भी उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. संबंधित चिकित्सक पर कार्रवाई नहीं की गई तो आगामी आंदोलन अधिक तीव्र होगा. ऐसी चेतावनी दांडगे ने दी.

इस मौके पर पीड़ित किसान राम भारती सहित पुरुषोत्तम धोटे, प्रशिल धांदे, प्रहार विद्यार्थी संगठन के शुभम भोयर, आदित्य कोकड़वार, भूषण येलेकार, लोकेश कन्नके, ऋषिकेश पाचकवड़े तथा कार्यकर्ता उपस्थित थे. जिले के पालकमंत्री सुनील केदार स्वयं पशुसंवर्धन मंत्री होने से वे इस मामले में ध्यान दें. ऐसी मांग की गई है.