अन्यथा ऑनलाइन काम करेंगे बंद, आंगनवाड़ी सेविकाओं ने दी चेतावनी

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    वर्धा. आंगनवाड़ी सेविकाओं ने बालविकास प्रकल्प अधिकारी कार्यालय में सोमवार को दस्तक दी़  दर्जात्मक मोबाइल व पोषण टैंकर एप मराठी में उपलब्ध करें, अन्यथा ऑनलाइन कामकाज बंद कर तीव्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी माला भगत व संगीता मोरे ने दी है. 

    आंगनवाड़ी कार्य की जानकारी ऑनलाइन रूप से भरने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 2019 को निकृष्ट दर्जे के मोबाइल उपलब्ध कराए. इसकी जानकारी संबंधित विभाग को देने के बाद वरिष्ठ स्तर पर चर्चा हुई़  सरकार ने दिए मोबाइल घटिया दर्जे के होने की बात प्रशासन ने मान्य कर पुन: मोबाइल उपलब्ध कराने की बात कही, लेकिन अब तक मोबाइल प्राप्त नहीं हुए है.

    पोषण टैंकर एप मराठी में उपलब्ध करने उच्च न्यायालय मुंबई ने निर्देश दिए है़  साथ ही न्यायालय ने अंग्रेजी में जानकारी भरने के लिए सख्ती न करने की भी सूचना दी है़  फिर भी जानकारी भरने के लिए आंगनवाड़ी सेविकाओं पर दबाव डाला जा रहा है़  मानधन नहीं मिलेगा, कार्रवाई की जाएगी ऐसा उन्हें बार बार धमकाया जा रहा है. यह न्यायालय के निर्देश का अवमान होने का आरोप निवेदन में लगाया गया है. 

    पोषण टैंकर एप मराठी में करें उपलब्ध 

    अच्छे प्रति का मोबाइल व पोषण टैंकर एप मराठी में उपलब्ध करें, ताकि काम करने में आसानी होगी. यह मांग निवेदन में की गई़  सरकार ने दिए मोबाइल खराब हो गए है़  फिर भी वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर परिवार के सदस्यों से मोबाइल मांगकर जानकारी भरी गई़  किंतु, मोबाइल खराब हो गए है़  जिससे ऑनलाइन कार्य करने में दिक्कतें आ रही है़  पोषण टैंकर भरने के लिए प्रशासन की ओर से दबाव डाला जाने से प्रोत्साहन नहीं, पोषण टैंकर नहीं, ऐसी भूमिका लेनी पड़ी. यह जानकारी निवेदन के माध्यम से दी गई़  इस प्रसंग पर माला भगत, संगीता मोरे, रंजनी पाटिल, अर्चना तामगाडगे, सुजाता घोडे, अर्चना वानखेड़े, संगीता तिमांडे, वंदना आंबटकर, जागृति नाखले, देवली शेंडे, माला लेवडीवार, देवकी डांगे, वंदना रामटेके, संध्या मून समेत आंगनवाड़ी सेविका व सहायक उपस्थित थे.