Farmers demand immediate compensation for crop loss
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    वर्धा. जिले में जुलाई माह में हुई अतिवृष्टि से बड़ी मात्रा में फसल का नुकसान हुआ है़ नुकसान क्षेत्र का सर्वे कर इसके पंचनामा करने का काम युध्दस्तर पर चल रहा है़ शीघ्र ही नुकसान की अंतिम रिपोर्ट वरिष्ठ स्तर पर भेजी जाएगी, ऐसी जानकारी जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी डा़ विद्या मानकर ने दी है.

    बता दें कि, जिले में 5 से 19 जुलाई दौरान हुई अतिवृष्टि में डेढ़ लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसल का नुकसान हुआ़ इसमें कपास, सोयाबीन, तुअर सहित बगीचों का भी समावेश है़ बाढ़ की चपेट में आने से अनेक मकान भी क्षतिग्रस्त हुए़ अनेक किसानों ने दोबारा बुआई भी की थी़ परंतु अतिवृष्टि ने फसल तहस-नहस कर दी़ अब तो नए सिरे से बुआई भी असंभव हो गई है.

    कृषि व राजस्व विभाग ने नुकसान क्षेत्र में पहुंच कर सर्वे का कार्य आरंभ कर दिया़ खेतों में बड़ी मात्रा में पानी भरा रहने से सर्वे के कार्य में दिक्कते भी आयी़ नुकसान का सर्वे अंतिम चरण में बताया गया है़ अब तक डेढ़ लाख हेक्टेयर में पंचनामे पूर्ण हो चुके है़.

    शेष पंचनामा तीन दिनों के भीतर पूर्ण किये जाएंगे़ इसके बाद नुकसान की अंतिम रिपोर्ट आयुक्त स्तर पर भेजी जाएगी़ अतिवृष्टि से हुए नुकसान पर पीड़ित किसानों को समय रहते राहत देने का प्रयास प्रशासनिक स्तर पर किया जा रहा है़ दूसरी ओर खरीफ की फसल नष्ट होने से किसानों की निगाहें भी सरकारी राहत की ओर टिकी हुई है.