Water Crisis
File Photo

Loading

वर्धा. सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के लिए जलजीवन मिशन योजना शुरू की है़ हर घर शुध्द पेयजल के तहत परिवारों को नल कनेक्शन दिये जा रहे है़ं वर्धा शहर से सटे करिब 14 गांवों के लिए प्रादेशिक जलापूर्ति योजना कार्यान्वित है़ इसमें नए से जलजीवन मिशन के तहत परिवारों को ग्रापं द्वारा कनेक्शन बांटे गए़ परंतु इसकी डिमांड की राशि अब तक मजीप्रा को नहीं मिल रही है़ परिणामवश दिक्कतें आ रही है़ इसके लिए मजीप्रा की ओर से संबंधित ग्रापं को नोटिस जारी किये है.

जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण भारत के सभी घरों में 2024 तक व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने की परिकल्पना की गई है़ कार्यक्रम अनिवार्य तत्वों के रूप में स्रोत स्थिरता उपायों को भी लागू करेगा, जैसे कि ग्रे जल प्रबंधन, जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन के माध्यम से पुनर्भरण और पुन: उपयोग. जल जीवन मिशन पानी के प्रति सामुदायिक दृष्टिकोण पर आधारित होगा. इसमें मिशन के प्रमुख घटक के रूप में व्यापक सूचना, शिक्षा और संचार शामिल होगा़  वर्धा शहर से सटे पिपरी (मेघे) सहित 14 गांवों के लिए प्रादेशिक जलापूर्ति योजना 2009 को कार्यान्वित की गई.

जलजीवन मिशन में दिए गए कनेक्शन 

पिछले छह माह से नए से जलजीवन मिशन के तहत बड़ी संख्या में ग्रापं प्रशासन ने नागरिकों को नल कनेक्शन बांटे. कई हिस्सों में नई पाइप लाइन बिछाई गई है़ पिपरी (मेघे), बोरगांव मेघे, सिंदी मेघे, उमरी मेघे, नालवाडी, म्हसाला, कारला, साटोडा, सावंगी मेघे सहित अन्य गांवों में बड़ी संख्या में नल कनेक्शन दिये गए है़ं परंतु इसकी डिमांड अब तक ग्रापं ने मजीप्रा के पास जमा नहीं की है़ इससे मजीप्रा पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है़ बार बार पत्र व्यवहार करने पर भी ग्रापं प्रशासन डिमांड भरने के लिए तैयार नहीं है़ उदाहरण के तौर पर बोरगांव मेघे ग्रापं ने अनेक परिवारों को नल कनेक्शन दिए है़ं इसकी तुलना में केवल 19 लोगों की डिमांड प्राप्त हुई है़  यही स्थिति अन्य ग्रापं क्षेत्र में होने से मजीप्रा का सिरदर्द बढ़ गया है.

बार-बार भेजे जा रहे हैं नोटिस

ग्रापं की ओर से अनेक परिवारों को जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन दिए गए है़ं परंतु इसकी डिमांड मजीप्रा को नहीं दी गई. कई ठिकानों पर पेयजल का अपव्यय किया जा रहा है़ संबंधित ग्रापं को नोटिस भेजे गए है़.

-सीबी खासबागे, उपअभियंता-मजीप्रा.