शिक्षकों ने दी जिप पर दस्तक, बकाया देयकों को अदा करने की मांग

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    वर्धा. पिछले दो वर्षों से अधिक समय तक राज्य के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों को वैद्यकीय खर्च के प्रतिकृति की देयक व बकाया देयक संबंधित जिले वेतन दल कार्यालय में निधि के अभाव से रुके हुए है़ं परिणामवश 31 मार्च के भीतर वैद्यकीय प्रतिपूर्ति देयके मंजूर करने व इसके लिए लगनेवाला निधि आगामी अर्थसंकल्पीय अधिवेशन में उपलब्ध कराये.

    अन्यथा पीड़ित शिक्षक/कर्मचारी बेमियादी आमरण अनशन करेंगे‍, ऐसी चेतावनी शिक्षक परिषद, शिकायत निवारण समिति ने दी़  अजय भोयर के नेतृत्व में जिप पर दस्तक देते हुए शिक्षणाधिकारी के माध्यम से राज्य के वित्त मंत्री, वित्त सचिव व शिक्षण सचिव को मांगों का ज्ञापन भेजा गया.

    शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी व उन पर अमल रहनेवाले उनके परिजनों को वैद्यकीय खर्च की प्रतिपूर्ति की व्यवस्था कानून के अनुसार पिछले कई वर्षों से शुरू है़ किन्तु दो वर्ष से अधिक समय तक राज्य में वैद्यकीय खर्च का प्रतिपूर्ति का देयक वेतन पथक कार्यालय में प्रलंबित है़ अनुदान की व्यवस्था कर देयक प्राप्त न होने से अनेक शिक्षक, कर्मचारी एवं उनके परिजनों को इलाज से वंचित रहना पड़ रहा है.

    मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी

    कैन्सर, मूत्रपिंड जैसे गंभीर बीमारी के लिए नियमित इलाज की जरुरत है़  किन्तु उन्हें वैद्यकीय खर्च के प्रतिकृति की देयक  प्राप्त न होने से उन्हें आगामी नियमित इलाज करवाना असंभव हो रहा है़  अगामी अर्थसंकल्पीय अधिवेशन में निधि की व्यवस्था कर प्रलंबित वैद्यकीय देयके व बकाया देयके निपटाए़ं  अन्यथा बेमियादी अनशन करने की चेतावनी ज्ञापन में दी़ इस अवसर पर शिक्षक परिषद शिकायत निवारण समिति के राजकुमार तिरभाने, पुंडलिक नागतोडे, संजय बारी, संदीप चांभारे, परमेश्वर केंन्द्रे, संजय बारी, विलास बरडे, पराग वाघ, नीलेश भालकर, पुरुषोत्तम शेकार, नरेंद्र ढोरे, निशिकांत मेघे, सौरभ वाघ, राज धात्रक, पी के वाढवे, डीएम थुल, अनंता पोराटे, प्रदीप येलमुले, अश्विन घोंगडे उपस्थित थे.