Heavy rain again affected life; River, drains are in spate, Wardha river is overflowing

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वर्धा. पिछले कुछ दिनों से मौसम ने अपना रंग बदला है. प्रति दिन रुक रुककर रिमझिम बारिश चल रही है. इस बीच मौसम विभाग ने 23 से 27 सितंबर के दौरान जोरदार बारिश के आसार जताये है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करके नागरिकों को सतर्क रहने का आह्वान किया है. जिले में अब तक औसतन 90.4 प्रश बारिश हो चुकी है. इस बार मानसून ने जिले में देरी से दस्तक दी. परिणामवश खरीफ मौसम की बुआई प्रभावित हो गई थी. जून में बारिश नहीं हुई, जिसके बाद जुलाई में अच्छी वर्षा दर्ज की गई. इससे इसी दौरान किसानों ने बुआई निपटा ली़  इसमें देरी होने के कारण बीज भी देरी से उगने लगे. वहीं अगस्त में पुन: जिले में वर्षा नदारद हो गई़  मौसम के बदलते मिजाज का असर फसल पर देखने मिल रहा है.

जिले के नदी और नालों में बाढ़ की स्थिति

अब सितंबर के पहले सप्ताह से ही जिले में रुक रुककर बारिश चल रही है़ अत्यधिक बारिश हुई तो बचीकुची फसल भी हाथ से निकलने का डर किसान जता रहे है़ं ऐसे में मौसम विभाग ने 23 से 27 सितंबर के दौरान दमदार बारिश के आसार जताए है़. बीच में हुई अच्छी वर्षा के कारण जिले के प्रकल्प भी लबालब भर चुके है. अब थोड़ी सी बारिश होने पर प्रकल्पों से पानी छोड़ा जा रहा है. इससे नदी और नालों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है. 

11 जलाशयों में 90.52 प्रश जलभंडारण

जिले के बड़े व मध्यम 11 प्रकल्पों में 90.52 प्रश जलभंडारण है.  इसमें धाम, पोथरा, पंचधारा, डोंगरगांव, मदन प्रकल्प, मदन उन्नई, लाल नाला, वर्धा कार नदी व सुकली लघु प्रकल्प शतप्रतिशत भर चुके है. बोर में 98.72 प्रश व निम्न वर्धा में 78.02 प्रश जलभंडारण है. इसके अलावा 21 छोटे प्रकल्पों में से कवाडी, लहादेवी, अंबाझरी, पांजरा बोथली, उमरी, टेंभरी, आंजी बोरखेड़ी, दहेगांव गोंडी, कुर्हा, रोठा-1, रोठा-2, आष्टी, कन्नमवारग्राम, पिलापुर, टाकली बोरखेड़ी, शिरुड़ शतप्रतिशत भर चुके है़ं सभी 21 प्रकल्पों में 96 प्रश जलभंडारण है