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    वर्धा. जिला परिषद के लोकनिर्माण विभाग के अंतर्गत कारंजा क्षेत्र में डामरीकरण व अन्य कार्य के लिए जारी टेंडर में भारी अनियमितता किए जाने का गंभीर आरोप ठेकेदारों ने लगाया हैं. वर्क आर्डर के कागजात पर हस्ताक्षर करने से अभियंता ने मना करने से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है़  इस संदर्भ में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास ठेकेदार ने शिकायत करते हुए दोषी उपअभियंता के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. 

    उपअभियंता के हस्ताक्षर लेना अनिवार्य

    जिला परिषद के लोकनिर्माण विभाग के अंतर्गत डामरीकरण से संबंधित विभिन्न कार्य करते हुए प्लांट से वर्क साइट के अंतर पर संलग्न उपअभियंता के हस्ताक्षर लेना अनिवार्य किया गया है़  इससे ठेकेदार ने टेंडर भरने के पूर्व वर्क आर्डर पर संबंधित उपअभियंता पेंदे के हस्ताक्षर लेने गए थे़  किंतु उन्हें हस्ताक्षर देने से मना कर दिया़  साथ ही सभी कार्य मैनेज होने की बात बताकर उन्हें वापस भेजने का आरोप ठेकेदार ने लगाया है.

    मुकाअ के पास शिकायत की गई दर्ज 

    उपअभियंता ने हस्ताक्षर देने से मना कर दिया़  परिणामवश ठेकेदार ने हस्ताक्षर के बिना ही टेंडर प्रस्तुत करके मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास शिकायत दर्ज की है़ इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि भले ही उपअभियंता ने वर्क आर्डर के कागजात पर हस्ताक्षर नहीं दिए हो़ फिर भी प्रस्तुत टेंडर की कीमत कम रही तो नियमानुसार टेंडर दिया जागा. 

    अनुमति देंगे यसा नहीं इस पर संभ्रम कायम 

    कारंजा परिसर में कार्यरत उपअभियंता पेंदे के टेंडर पर हस्ताक्षर जरूरी थे़  वहीं उन्होंने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया, इस बारे में बातचीत की टेप भी अपने पास होने की बात ठेकेदार ने अपनी शिकायत में दर्ज की है़ लोकनिर्माण विभाग में कार्यकारी अभियंता पद पर पेंदे को प्रमोशन मिलने से वह नियुक्त हुए है, जिससे अब कमेटी में वहीं रहेंगे़  परिणामवश टेंडर को अनुमति देंगे, या नहीं इस बारे में संभ्रम बरकरार है़ उपअभियंता पर भ्रष्टाचार के आरोप ठेकेदारों ने लगाया है.