- स्वास्थ्य विभाग ने किया आहवान
वाशिम. कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए पात्र व्यक्तियों ने कोरोना प्रतिबंध वैक्सीन लेना अनिवार्य है. यह आहवान स्वास्थ्य विभाग ने किया है. अन्यथा पात्र व्यक्तियों ने वैक्सीन ना लेने पर प्रतिबंध की संभावना बनी रहेगी.
कोरोना यह इस सदी की विश्व महामारी बनी है. कोरोना वायरस का संक्रमण वर्ष 2020 में विश्व भर में फैलने की शुरुआत हुई है. मार्च 2020 में कोरोना ने भारत में प्रवेश किया है. विश्व के अनेक देश इस महामारी के संकट में आ गए है. बड़े प्रमाण में जानमाल का नुकसान हुआ है. अनेक को अपने आप्तस्वकीय को गमाने की नौबत आई है. विश्व के अनेक देशों में चिकित्सा क्षेत्र के संशोधकों के अथक परिश्रम से कोरोना को प्रतिबंध करने वाली वैक्सीन बनाई गई है.
कोरोना संक्रमण की अभी तक दो लहर आ चुकी है़ देश में विशेषत: राज्य में पहली व दूसरी लहर में बड़े प्रमाण में कोरोना वायरस के संक्रमण से अनेक लोगों की जान गई़ कुछ बालकों के माता व पिता तो कुछ बालकों के पिता तो कुछ के माता तो कुछ के दोनों पालक जाने से बालक निराधार हुए है. निराधार हुए बालकों को बालसंगोपन योजना से लाभ देने के लिए सरकार ने पहल की है़
वैक्सीन की गलत फहमिया दूर
पहली व दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण से लाकडाउन किया गया था. कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए संशोधकों ने बनाई वैक्सीन पात्र व्यक्तियों को गत 16 जनवरी से शुरुआत हुई है. कोरोना वायरस को प्रतिबंध करके कोविशील्ड और कोवैक्सीन यह दोनो वैक्सीन पात्र व्यक्तियों को दी जा रही है़ किसी भी एक वैक्सीन का एक निर्धारित अवधि में दो डोज लेना आवश्यक है़ वैक्सीनेशन की गलतफहमिया फैलाई गई थी.
स्वास्थ्य विभाग व विविध प्रणाली के माध्यम से वैक्सीन की गलतफहमिया दूर की गई़ आज भी अनेक पात्र व्यक्तियों ने यह वैक्सीन नहीं लिया है़ इस में जिनको कोरोना संक्रमण नहीं हुआ, उनको इस वैक्सीन का महत्व नहीं लगता है़ कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को रोकना है, तो प्रत्येक पात्र व्यक्तियों ने वैक्सीन लेना आवश्यक है़.
इस के लिए सरकार ने विविध माध्यम का उपयोग करके कोरोना वैक्सीनेशन की जनजागृति की है. लेकिन आज भी वैक्सीनेशन के लिए पात्र बड़ा वर्ग वैक्सीनेशन से दूर है़ सरकार विविध स्तरों पर कोरोना वैक्सीनेशन मुहिम चला रही है. आज की स्थिति में वैक्सीन बड़ी संख्या में उपलब्ध होने के बाद भी लोग टालमटोल कर रहे है़ जिनका वैक्सीनेशन रहा है, उन्होंने अविलंब कोविड की वैक्सीन लेने का आहवान किया गया है़
वैक्सीन का प्रमाण पत्र रहना आवश्यक
कोरोना से बचाव के लिए कोरोना प्रतिबंधक वैक्सीन लेना यह एक इलाज है़ प्लेन से यात्रा करनेवाले यात्रियों ने कोरोना प्रतिबंधक वैक्सीन ली है, इस का प्रमाण पत्र रहने पर ही संबंधित यात्रियों को प्लेन में यात्रा करने के लिए अनुमति दी जाएगी. भविष्य में मंदिर में दर्शन के लिए, विविध सरकारी व निजी कार्यालयों में काम निमित्त और विविध प्रतिष्ठान में ग्राहक करके वस्तू व सामग्री खरीदी करने के लिए जाना होगा तो कोविड वैक्सीन के दोनो डोज लेने पर ही प्रवेश दिया जाएगा़ ऐसा प्रतिबंध लगाया जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है़ इसलिए पात्र व्यक्तियों ने कोरोना नहीं रहा ऐसी गलत फहमिया नहीं रखते हुए वैक्सीनेशन करवाकर लेने का आहवान किया गया है़.