
- शहर से गुजरने वाली नहर में बाढ
- दिग्रस रोड का संपर्क टूटा
मानोरा. शहर तथा क्षेत्र में पिछले 2 दिनों से चल रही बारिश के चलते शनिवार को अतिवृष्टि के बाद बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर सोयाबीन, तुअर, कपास की फसलों सहित फल बागों का भारी नुकसान हुआ है. इस मुसलधार बारिश ने तहसील के अनेक गांवों में जबरदस्त कहर बरपाया है. जिससे कई मकान, मवेशी, खेती, कई दूकानों में पानी घुस जाने के कारण पूरी तरह नुकसान हुआ है.
इस बार मानसून लेट होने से पहले से ही किसान परेशान हो गया था, जैसे तैसे जुलाई माह के पहले सप्ताह में मानसून का आगमन हुआ था, किसानों ने पहली बारिश में बुवाई कार्य की शुरुआत की. फसले भी अच्छी खासी लहराने लगी थी, तहसील परिसर का किसान खुश होकर सपने बुन रहा था. ऐसे में बीते 2 दिनों में चल रही झमाझम बारिश ने किसानों के सपनों पर पानी फेर दिया है. जिसके कारण फिर एक बार मानोरा परिसर का किसान भारी संकट में डूबता नजर आ रहा है.
तत्काल किसानों को मदद दे
ऐसी बारिश आज तक कभी देखी नहीं गयी है, लेकिन शनिवार को धुआंधार बारिश ने मानोरा परिसर तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति खराब हो गई. बिठौली, बेलोरा, माहोली, हतना, चिखली, सोयजाना, धानोरा, देऊरवाडी, आसोला, पोहरादेवी, कारखेड़ा, गव्हा, चीस्तला, तलप कार्ली आदि गांवों की खेती पानी में डूबने से किसानों की फसल चौपट हो गई अब आगे क्या करें यह गंभीर सवाल किसानों के सामने आ खड़ा हुआ है.
जल्द से जल्द प्रशासन किसानों को नुकसान भरपाई दे, ऐसी मांग किसानों द्वारा की जा रही है. शहर से गुजरने वाले नहर में बाढ आने से दिग्रस रोड का संपर्क टूटा गया था. इसी तरह कई दूकानों में पानी घुसा था. शहर से गुजरने वाली नहर को आई बाढ ने कहर बरपाया है जिसके कारण दिग्रस रोड का पूरा संपर्क टूट गया. बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ने के कारण नहर के समीप स्थित दूकानों में पानी घुस जाने के कारण व्यापारियों का लाखों रुपए का नुकसान हुआ.