The savings group got the right market, getting good response

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वाशिम. महिला आर्थिक विकास महामंडल ने ग्रामीण और शहरी भागों के महिलाओं को बचत समूह के माध्यम से संगठित कर, पैसों की बचत कर, उन पैसों का लेखाजोखा रखकर, उनको उनके पैसों से उद्योग-व्यवसाय शुरू करने के लिए बढ़ावा दिया गया है. केवल बचत समूह के माध्यम से पैसों की बचत न करते हुए, उनको व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर, उनके स्वावलंबन का मार्ग सुलभ किया है़.  कारंजा में जिले के बचत समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित वस्तु और सामग्री की बिक्री करने के लिए संभव होना इस दृष्टि से राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से रुरल मार्ट के माध्यम से हक का बाजार उपलब्ध हुआ है.

कारंजा स्थित रुरल मार्ट में वाशिम जिले की ग्रामीण और शहरी भागों की महिला आर्थिक विकास महामंडल अंतर्गत कार्यरत महिला बचत समूह की महिलाओं ने और समूह ने उत्पादित किए आवश्यक वस्तु,  खाद्यपदार्थ व अन्य वस्तु ग्राहकों को एक ही छत के नीचे खरीदी करने के लिए उपलब्ध की गई है़  प्रतिमाह 12 से 15 हजार रुपए उत्पन्न रुरल मार्ट के माध्यम से मिल रहा है़  कोरोना संकट में बचत समूहों को उनके उत्पादन बिक्री करने का अवसर मिला है़  रुरलमार्ट को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है़  कारंजा के अल्पसंख्याक लोकसंचालित साधन केंद्र की पहल से बचत समूह के गरीब 60 परिवार को आवश्यक वस्तु की किट दी है़  बचत समूह के महिलाओं को उद्योजक होने के लिए बढ़ावा मिल रहा है़.