20 हजार किसानों को अतिवृष्टी नुकसान के लिए मिलें 45 करोड की राशि रोकी, किसानों में आर्थिक संकट और बेचैनी बढी

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    • 45 करोड 51 लाख की राशि को बंटने इंतेजार

    मारेगांव. जुलाई और अगस्त माह में मारेगांव तहसील में हुई अतिवृष्टी तथा बाढ के कारण खरीफ फसल को काफी नुकसान पहूंचा था, जिससे सरकार ने तहसील के किसानों को नुकसान मुआवजे के लिए एक सप्ताह पुर्व ही 45 करोड 51 लाख रुपयों की राशि उपलब्ध करवायी हे, लेकिन कृषि विभाग और राजस्व विभाग के आपसी विवाद के बीच नुकसान मुआवजा का यह पैसा अटक चुका है, इस विवाद के कारण 20 हजार नुकसानग्रस्त किसानों को नुकसान मुआवजा राशि नही मिलने से किसानों में बेचैनी छा चुकी है.

    इस वर्ष देरी से बारिश के आगमन होने के बाद जुलाई अगस्त माह में मुसलाधार बारिश और अतिवृष्टी हुई, जिसमें खेती की फसल बर्बाद हो गयी, बाढ के कारण हजारों हेक्टेयर क्षेत्र की फसल पानी के निचे जाकर नष्ट हो गयी, जिससे किसानों को प्रचंड पैमाने पर आर्थिक नुकसान पहूंचा है.इसी बीच सरकार ने बाधित किसानों को आर्थिक मदद घोषित की, 3 हेक्टेयर तक नुकसान मुआवजा किसानों को मिलनेवाला है, इसके लिए सरकार ने निधी मुहैया करवायी है.

    तहसील में 20 हजार नुकसानग्रस्त किसानों को पैसे बांटने के लिए आठ दिनों पहले ही 45 करोड 51 लाख रुपयों का निधी तहसील कार्यालय मारेगांव को उपलब्ध हुआ है, इस पैसे के बंटवारे की सुची अब कौन बनाएं इसे लेकर कृषी और राजस्व में जारी विवाद में यह निधी वितरण का काम लटक चुका है.

    दोनों ही विभाग इस काम की जिम्मेदारी एक दुसरे पर धकेल रहे है, जिससे हजारों किसान संकट में आ चुके है.किसानों के हाथ में पैसा खत्म हो जाने और फसल बर्बादी के बाद आय का कोई स्त्रोत न होने से वें सरकारी मदद के पैसों की चातक पंछी की तरह राह देख रहे है, तो दुसरी ओर दोनों विभागों के आपसी मतभेदों और विवाद में किसान ही संकट में आए है, जिससे इस मसले पर तात्काल हल निकालकर मदद राशि बांटी जाएं, एैसी मांग तहसील के किसानों द्वारा की जा रही है.