Appoint special police team to prevent misdeeds on Valentine's Day

    Loading

    • कॉलेज क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाएं, तेज गति वालों पर कार्रवाई
    • हिन्दू जनजागृति समिति की पुलिस ने प्रशासन को सौंपा निवेदन 

    यवतमाल: पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम की 14 फरवरी को ‘वेलेंटाइन डे’ के रूप में मनाने की कुप्रथा भारत में भी फैली है. व्यावसायिक लाभ के लिए प्रेम के नाम पर पश्चिम द्वारा रखी गई इस विकृत अवधारणा के कारण युवा पीढ़ी को भोग और अनैतिकता में घसीटा जा रहा है.  ‘वेलेंटाइन डे’ की पृष्ठभूमि में प्रेम की वीभत्स प्रस्तुति के साथ एक तरफा प्यार की वजह से लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और हिंसक हरकत की कई घटनाएं हुई हैं.

    साथ ही इस दिन होने वाली पार्टियों के कारण युवक-युवतियों में शराब पीना, धूम्रपान करना, नशीले पदार्थों का सेवन आदि बहुत अधिक बढ़ गया है.इतना ही नहीं इस दिन गर्भ निरोधकों की बिक्री काफी बढ़ जाती है, जो इस दिन अनैतिक संबंधों में वृद्धि का संकेत देती है.  साथ ही इस दिन लड़कियों को प्रभावित करने के लिए वाहनों की तेज रफ्तार से दुर्घटनाएं भी होती हैं.  कुछ धार्मिक युवक युवतियों को झूठा नाम देकर ‘लव जिहाद’ का शिकार बनाते हैं.

    इन दुर्व्यवहारों पर अंकुश लगाने के लिए, विभिन्न आध्यात्मिक और सामाजिक संगठन इस ‘दिन संस्कृति’ का विरोध कर रहे हैं और भारतीय प्रथाओं के पालन का आह्वान कर रहे हैं. भारतीय सामाजिक व्यवस्था अच्छी हो और अनैतिक कार्यों से होने वाले दुराचारों पर अंकुश लगे तथा 14 फरवरी को पुलिस के विशेष दल गठित कर महाविद्यालय परिसर में गश्त कर बदमाशों को गिरफ्तार कर तेज गति से वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जाये.

    वैलेंटाइन डे के मौके पर महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा की घटनाओं को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ‘दिशानिर्देश’ दिए जाने चाहिए. युवतियों को संकट के समय सहायता प्राप्त करने के लिए एक ‘हेल्पलाइन नंबर’ की घोषणा की जाए  इस मांग का कथन हिन्दू जनजागृति समिती कि और से  जिलाधिकारी  कार्यालय व  पुलिस  अधीक्षक कार्यालय में दिया गया. 

    इस समय अपर जिलाधिकारी  प्र.की. दुबे ने  निवेदन स्वीकार किया. इस समय योग वेदांत समिती के विठ्ठल इजगमवार, लता इजगमवार,. वर्षा केलानी,  शिवतीर्थ मित्र मंडल के  आशिष फालके,  हिंदू जनजागृती समिती के  दत्तात्रय फोकमारे, राम धारणे सुनील मोहितकर उपस्थित थे.