बिजली देखरेख व दुरूस्ती काम के एमओ, बजेट व कार्यों का मुआवजा दिया जाए

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    • विद्युत ठेकेदार कृति समिति का चल रहा आंदोलन

    यवतमाल.बिजली देखरेख व दुरुस्ती काम के बचे हुए एमओ, बजेट व किए गए कार्यों का मुआवजा दिया जाए इस आशय की मांग को लेकर विद्युत ठेकेदार कृति समिति की ओर से विगत 21 फरवरी से धरना व कामबंद आंदोलन किया जा रहा है. लेकिन वरिष्ठ स्तर पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिससे ठेकेदारों की परेशानियां बढ़ गई है.

    विद्युत ठेकेदार कृति समिति की मांग है कि 28 जुलाई 2020 से आज तक किए गए कार्यों का एमओ और उससे संबंधित लगने वाले बजट की बार बार डिमांड की गई. लेकिन अब तक डिमांड की पूर्तता नहीं की गई. एम ओ व उससे संबंधित बजट व देरी से मिलने वाले बिल से सभी ठेकेदार आर्थिक संकट में घिर गए है.

    इसीलिए विद्युत ठेकेदार कृति समिति के बैनर तले कार्यालय के समक्ष धरना आंदोलन किया जा रहा है. ठेकेदारों का कहना है कि बिजली सामग्री व मजदूरी के दरों में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है. इसीलिए दिए गए दरों में काम करना मुश्किल हो रहा है. इसलिए बाजार भाव की तर्ज पर बिजली सामग्री व मजदूरी के दर व यातायात को अपडेट किया जाए.

    यह मांगे होने पर भी विद्युत ठेकेदार कृति समिति की मांगों की दखल वरिष्ठ स्तर पर नहीं ली जा रही है.  जिसके चलते ठेकेदारों का आंदोलन लगातार चल रहा है.  इस आंदोलन में कृति समिति के गजेंद्र काकडे, मनोज नवदुर्गे, फारूख वजीर हुसैन, राहुल मामीडवार, गजानन काकडे, सतीश ठाकरे, रवि पवार, प्रवीण मांगलेकर, राजू सुलभेवार, मिलिंद कवाडे, मंगेश गारघाटे, हितेश करंदीकर, रमेश बाभुलकर, राजू संकोचवार आदि का समावेश रहा.