यवतमाल. उमरखेड तहसील के टाकलीवासियों को अब तक अच्छा रास्ता नही मिला, जिसके चलते नागरिको को परेशानियों का सामना करना पड रहा है, इस रास्ते के संबंध में समय समय पर निवेदन देने के बाद भी प्रशासन के आंखे नही खुली है, जिसके चलते टाकलीवासी ग्रामस्थों ने दोबारा अनशन का एल्गार किया है, इसके संदर्भ में शुक्रवार 6 जनवरी को अप्पर जिलाधिकारी को निवेदन सौपा है.
स्वातंत्र की 75 साल बीतने के बाद भी टाकलीवासी को अब तक पक्का रास्ता नही मिला है, इसके संबंध में अनेक अनशन, निवेदन व निवंती भी की है, लेकिन आश्वासन के बैगर ग्रामस्थों के हाथ में कुछ नही आया. इस रास्ते के आभव के चलते अनेक नागरिकों को अपनी जान गवानी पडी, साथ ही स्कूली बच्चो समेत मरीज, बुजूर्ग को विविध परेशानियों का सामना करना पडा इस रास्ते की मांग को लेर टाकलीग्रामस्थों ने 11 से 14 अगस्त 2022 तक तहसील कार्यालय उमरेखड के सामने बेमियादी अनशन भी किया था, लेकिन जिलाधिकारी की अपील के चलते व नितिन भुतडा के आश्वासन के बाद अनशन वापीस लिया था.
उन्होने एक नंवबर तक रास्ते का काम करने का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रत्यक्ष में कोई भी कार्यवाही नही की गई. इसके लिए टाकली ग्रामस्थों ने दोबारा अनशन का एल्गार किया है. इसके संदर्भ में शुक्रवार 6 जनवरी को अप्पर जिलाधिकारी दुबे को निवेदन दिया गया. इस समय अविनाश चंद्रवंशी, संकेत सरोदे, आशिष गजभार, सुमेध चंद्रवंशी, पुजा पवार, जया मोहीतकर समेत अन्य उपस्थित थे.