जिले और विदर्भ के हल्दी उत्पादकों को लाखों से ठगा, नागपुर निवासी दक्षिण भारतीय उदयोजक का कारनामा

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    • यवतमाल जिले के 4 किसान हल्दी बेंचकर हुए बर्बाद
    • 20 किसानों के लाखों रुपयों के चेक हुए बाऊंस

    यवतमाल. नागपुर निवासी दक्षिण भारतीय उदयोजक ने यवतमाल जिले के 4 हल्दी उत्पादक किसानों समेत विदर्भ के अनेक किसानों से हल्दी खरीदने के बाद उन्हे लाखों रुपयों से चुना लगाकर ठगा है.प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हल्दी उत्पादकों से उनकी उपज खरीदकर लाखों रुपयों का चेक देकर उन्हे अपने जाल में फांसनेवाले उदयोजक का नाम सुदर्शन हायग्रिव राव बताया गया है.

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुदर्शन राव की नागपुर के हिंगणा परिसर में महालक्ष्मी एग्रो कंपनी है.उसने यवतमाल के 4 समेत विदर्भ के 28 हल्दी उत्पादक किसानों से करोडो रुपयों की हल्दी खरीदी लेकिन इन किसानों को पैसे ना देकर माल के किंमत के मुताबिक चेक दिया थे,लेकिन जो चेक किसानों को दिए गए थे वह बाऊंस हो हो गए, जिससे इन हल्दी उत्पादक किसानों नें राव के खिलाफ न्यायालय में दावा दाखिल किया हुआ है.

    पिडीत हल्दी उत्पादकों ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक नागपुर स्थित सिताबर्डी पुलिस की ओर से राव के खिलाफ कोर्ट का वारंट तामील किया गया था, लेकिन वह नही मिलने की रिपोर्ट पुलिस ने पेश की गयी.जिससे सुदर्शन राव कभी भी न्यायालय में पेश नही हुआ.एैसी जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री को हल्दी उत्पादक किसानों ने भेजे ज्ञापन में दी है, इसमें बताया गया है की, लगभग 28 हल्दी उत्पादक किसानों सें राव ने करोडों रुपयों की हल्दी खरीदने के बाद उन्हे पैसे नही दिए है,जिससे अन्यायग्रस्त किसानों नें राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवसी को ज्ञापन भेजकर सुदर्शन राव के खिलाफ कारवाई करने और किसानों के हल्दी के माल की राशि प्राप्त करवाने जरुरी कारवाई की मांग की है.

    5 वर्ष पुर्व सुदर्शन राव ने हल्दी उत्पादक  किसानों के खेतों में पहूंचकर खुद की नागपुर जिले में हिंगणा तहसील के किन्ही गांव में कृषी उत्पादन पर प्रक्रिया कर उपज बेंचने के लिए बनी श्री महालक्ष्मणी एग्रो कंपनी होने की जानकारी दी थी, साथ ही उसे बउे पैमाने पर हल्दी की खरीदी करने की जानकारी दी थी,साथ ही किसानों को उसने सिताबर्डी नागपुर स्थित खुद का पता भी किसानों को बताया,इसके बाद राव ने यवतमाल और विदर्भ के विभीन्न जिलों के किसानों से करोडों रुपयों की हल्दी हजारों क्वींटल हल्दी खरीदी,लेकिन सरकारी नियमों का हवाला देकर खरीदी की राशि नगद न देकर इन किसानों को चेक दिए थे.इस दौरान उसने 20 किसानों को विभीन्न राशियों के चेक दिए.लेकिन यह सारे चेक बाऊंस हो गए, जिससे हल्दी उत्पादक किसानों को उनके माल का पैसा नही मिल पाया है.इन हल्दी किसानों में सुदर्शन राव से किसी किसान को 9 लाख तो किसी को 10 लाख और 20 लाख रुपयों की राशि ना मिलकर वह उसके ठगी का शिकार बने है.

    नागपुर में खुद की एग्रो कंपनी बतानेवाले सुदर्शन हायग्रिव राव से ठगे गए विदर्भ के विभीन्न जिलों के निवासी किसान हरीभाऊ जुडे, गणेश मुटे, नथ्थु धानकुटे, गौरव क्षिरसागर, विठठल तिमांडे, दादारावा वाघमारे, नथ्थु सोनटक्के, अशोक धानकुटे, वसंत हिवसे, गणपति झाडे, किशोर हिवसे, संजय नेहारे, प्रविण रामभाऊ कडव, राधे गृहउदयोग, अभिषेक चर्तुभुज बनसोड,रजनिश ब्रिजमोहन अग्रवाल,अशोक गोविंद जोनवाल, फरीद कुरबान बदर, निलेश बढे और सचिन मेश्राम का समावेश है,जिन्होने राज्य के मुख्यमंत्री को उपरोक्त संबंध में ज्ञापन भेजा है.बताया जाता है की राव द्वारा इसके अलावा विदर्भ के अनेक किसानों को इसी तरह उनका कृषी उपज खरीदकर ठगा गया है,फिलहाल राव ने नागपुर के हिंगणा स्थित अपनी एग्रो कंपनी बंद कर दी है, हालांकी पुलिस के लिए उसे खोजना कठीन नही है, एैसी जानकारी भी अन्याग्रस्त किसानों ने दी.

    लाखों रुपयों के चेक ही चेक

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुदर्शन राव ने विदर्भ के अनेक किसानों से करोडों रुपयों की हल्दी खरीदी के बाद नगद राशि न देकर उन्हे कोटक महिंद्रा बैंक की नागपुर वर्धा मार्ग की माईलस्टोन ईमारत स्थित शाखा के खाता क्रमांक के चेक दिए है,हल्दी उत्पादक निलेश बढिये निवासी दहीवलकर लेआऊट यवतमाल को राव से 3 लाख 53 हजार रुपए लेने थे,इसके लिए उसने बढिये को 9 चेक दिए, इस तरह के अनेक चेक उसने विदर्भ में किसानों को बांटे है, जिसके बाद 20 किसानों ने उसके खिलाफ चेक डिसऑनर के तहत फौजदारी दावे दाखिल किए है.यवतमाल स्थित न्यायालय में निलेश बढिए ने निगोशिएबल एक्ट 138 के तहत फौजदारी मामला दाखिल किया गया है.जिसमें प्रथमश्रेणी न्यायदंडाधिकारी प्र.शि.गिरगांवकर ने इस मामलें में सुदर्शन राव के खिलाफ वारंट जारी किया हुआ है.