electronic bus ticket booking system

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    वणी: पढे-लिखे ज्यादातर बेरोजगार नौकरी की तलाश मे है. इसके लिए वे बिना किसी पुष्टि के इंटरनेट की विभिन्न साइटो पर अपना बायोडाटा अपलोड करते है. इसी मौके का फायदा उठाकर साइबर अपराधी युवाओ को ऑनलाइन जॉब ऑफर कर रहे है और उन्हे आर्थिक रूप से ठग रहे है.

    संभावित खतरे से बचने के लिए बेरोजगार युवाओ को सतर्क रहने की जरूरत है. नौकरी की तलाश मे युवाओ की संख्या बहुत बडी है. नौकरी करने वालो को भी अच्छे वेतन की उम्मीद है. इस प्रकार विभिन्न वेबसाइटो पर नौकरिया खोजी जाती है. वास्तव मे , अधिकांश वेबसाइटो को धोखाधडी के लिए डिजाइन किया गया है. ऐसी फर्जी साइट पर बायोडाटा अपलोड करने पर आपको कंपनी के सामने फर्जी नौकरी का ऑफर दिया जाता है.

    इसके लिए उन्हे शुरूआत मे कुछ अन्य कारण बताते हुए 50 रूपए से 100 रूपए की प्रोसेसिंग फीस देने को कहा जाता है. इसके लिए सामने वाले उम्मीदवार के बैंक खाते के विवरण के साथ_साथ ओटीपी भी आवश्यक है. ये सारी डिटेल मिलने के बाद सामने वाले का बैंक अकाउंट से पैसे उडाए जा रहे है.

    घर बैठे जॉब की ऑफर 

    साइबर अपराधी मोबाइल पर एसएमएस भेजकर या सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर ऐसे आकर्षक ऑफर देते है . घर बैठे कमाई के ये प्रस्ताव भ्रामक होते है. इनके जरिए ही लूट की जाती है.

    ऐसे होती है धोखाधडी

    साइबर क्रिमिनल फर्जी कंपनियो के जरिए नौकरी चाहने वालो को सीधे ज्वाइनिंग लेटर भेजते है. नौकरी पर उपस्थिति की तिथि की सूचना दी जाती है. इससे पहले , हालांकि , प्रसंस्करण शुल्क , वर्दी शुल्क, कैंटीन शुल्क जैसे विभिन्न कारणो से ऑनलाइन शुल्क का भुगतान करके धोखाधडी की जाती है. 

     खतरे को पहचाने 

    कोई भी कंपनी सिर्फ बायोडाटा देखकर ज्वाइनिंग लेटर नही भेजती. नौकरी के लिए कुछ पारंपरिक प्रक्रियाए है. यदि कोई कंपनी उच्च वेतन वाली नौकरी की पेशकश कर रही है और इसके लिए कुछ शुल्क मांग रही है तो इसकी पुष्टि की जानी चाहिए. किसी को ऑनलाइन भुगतान न करे .