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  • सुचारू जलापूर्ति की मांग

यवतमाल. लाडखेड में जलापूर्ति की समुचित व्यवस्था है और गांव में एक सप्ताह से जलापूर्ति बंद है. इससे ग्रामीण परेशान हैं और वनवन पानी के लिए भटक रहा है. इसके चलते ग्रामीणों ने समूह विकास अधिकारियों को गांव में जलापूर्ति में सुधार के लिए ज्ञापन दिया है.

10,000 की आबादी वाले गांव लाडखेड में दो कुएं हैं लेकिन पाइप लाइन अलग है. दो पानी टंकी व स्टाफ नियुक्त किया गया है. कुएं से पानी निकालने के लिए छह सबमर्सिबल मोटर पंप और 15वें वित्त आयोग के 50 फीसदी खर्च का प्रावधान होने के बावजूद पिछले कई दिनों से हर चौथे दिन महीने में आठ दिन ही पानी की आपूर्ति की जाती है.

वार्ड 2 और वार्ड 3 में कृत्रिम जल संकट पैदा हो गया है. यहां पानी की मोटर बंद होने से पिछले नौ दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी. उक्त मोटर की मरम्मत नहीं होने से नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है. साथ ही 15वें वित्त आयोग द्वारा जलापूर्ति योजना से लोगों का पैसा लूटा जा रहा है और नागरिकों को समय पर पानी नहीं मिल रहा है.

लाडखेड में पाइप जलापूर्ति के अलावा कोई अन्य स्रोत नहीं है. इसी बीच 31 मई को ग्राम पंचायत की मासिक बैठक के दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया. नतीजतन, ग्रामीणों ने समूह विकास अधिकारियों को दिए ज्ञापन में यहां सुचारू जलापूर्ति की मांग की है. इस अवसर पर सनी खान, शे. अंसार शे. जब्बार, रहिमान राही, जाकिर बेग, शेख अकील आदि ग्रामीण मौजूद रहे.