- यवतमाल में बनेगा फुड पार्क
- वटफली में नई एमआईडीसी को मंजूरी
- मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती कार्यक्रम चलाने में जिला नंबर वन
यवतमाल. युवाओं के हाथ में काम और रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए जिले में बडे उद्योग प्रकल्प शुरू किए जाएंगे. इन प्रकल्पों में हजारों करोड रुपयों का निवेश किया जाएगा. यह जानकारी राज्य के उद्योगमंत्री उदय सामंत ने पत्रकार परिषद में दी.
उद्योगमंत्री उदय सामंत और पालकमंत्री संजय राठोड की मौजूदगी में जिले में मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती कार्यक्रम का जिलाधिकारी कार्यालय के राजस्व भवन में ब्यौरा लिया गया. इस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डा. पंकज आशिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. मैनाक घोष, पुलिस अधीक्षक डा. पवन बन्सोड सहित उद्योग व विविध विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
उद्योगमंत्री उदय सामंत का कहना रहा कि, उद्योग स्थापित करने के लिए भूखंड खरीदे गए है. लेकिन यह भी सालों से बंद पडे हुए है. अमरावती संभाग के महाराष्ट्र औद्योगिक विकास प्राधिकरण के 770 भूखंडों की जांच कर कब्जे में लेने का निर्णय लिया गया है. इनमें यवतमाल जिले के 198 भूखंड कब्जे में लिए जाएंगे.
युवाओं के हाथ में काम और रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए जिले में बडे पैमाने पर उद्योग प्रकलप शुरू किए जाएंगे. इसके अलावा नेर तहसील के वटफली में 100 से 300 हेक्टेयर क्षेत्र में नई एमआईडीसी बनाने के प्रस्ताव को मान्यता दी गई है.
मुख्यमंत्री रोजगार निर्मिती कार्यक्रम अंतर्गत कर्ज प्रस्तावों को मंजूरी देने में यवतमाल जिला राज्य में नंबर वन है. जिले में इस साथ 600 से अधिक उद्योग प्रकल्पों को मंजूरी दी जा चुकी है. इनमें से 300 प्रकल्प क्रियान्वित हो चुके है. इन कार्यक्रमों के जरिए जिले में नए उद्योजक उभरकर सामने आ रहे है.
राज्य में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना चलायी जा रही है. इस योजना के माध्यम से छोटे उद्योग करनेवाले लोगों को बडा उद्योजक बनने का मौका मिलेगा. यह योजना हर तबके तक पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधियों, ग्रामसेवकों ने शिविर लेने चाहिए. यह योजना तेज गति से अमंल में लानी चाहिए. इसके लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने नोडल अधिकारी के रूप में काम करने के निर्देश उद्योगमंत्री ने दिए.
जिले में शहद गांव की संकल्पना को चलाना चाहिए. नई स्टार्ट अप प्रकल्प को प्रोत्साहन देना व सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्लग एंड प्ले की संकल्पना को चलाया जाए. प्रायोगिक तौर पर 20 प्रकल्प शुरू किए जाए. एक जिला एक उत्पादन विषय और उद्योग स्थापित करने के लिए जनप्रतिनिधि और पालकमंत्री का मार्गदर्शन लिया जाए.
यवतमाल एमआईडी के 25 एकड में फुडपार्क
यवतमाल एमआईडीसी क्षेत्र के 25 एकड में फुड पार्क साकार करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए दो साल के लिए जगह आरक्षित की जाएगी. तब तक उद्योग नहीं आने पर जगह का आरक्षण पूर्ववत करने का निर्णय लिया जाएगा.
जिले के औद्योगिक संगठनों के साथ हुई बैठक में उक्त निर्णय लिया गया. बैठक में अतिरिक्त यवतमाल एमआईडीसी क्षेत्र में नए प्रारूप के नुसान मौलिक सुविधा निर्माण करने के लिए 26 करोड 83 लाख के कामों को मंजूरी दी गई. शीघ्र ही कामों की शुरूआत की जाएगी. दमकल को एनओसी प्रमाणपत्र के लिए उद्योगों से ज्यादा टैक्स लिया जाता है. यह टैक्स कम करने का निर्णय लिया गया.
निर्यात नीतियां अंतिम चरण में
देश के किसी भी राज्य में निर्यात नीति नहीं है. राज्य में पहली बार निर्यात नीति तैयार की जा रही है. यह निर्णय अंतिम चरण में है. इस नीति से उद्योगों को राहत मिलेगी. लघु उद्योजकों को विदेशी उद्योगों का कामकाज देखने के लिए प्रतिवर्ष पांच उद्योजकों को विदेश दौरे पर भेजने का निर्णय लिया गया.
यवतमाल जिले में बडे उद्योग शुरू किए जाएंगे. नेर तहसील में बडी कंपनियां उद्योग स्थापित करेंगी. आगामी दौर में जिले में करोडों रुपयों का निवेश होगा, जिसके जरिए युवाओं को रोजगार मिलेगा. यह प्रकल्प गेम चेंजर साबित होने की जानकारी पालकमंत्री संजय राठोड ने दी.
मुख्यमंत्री समेत दोनों उपमुख्यमंत्री रहेंगे मौजूद
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किन्ही गांव में 30 अक्तूबर को किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ही दोनों उपमुख्यमंत्रियों के उपस्थित रहने की जानकारी भी उद्योगमंत्री उदय सामंत ने दी.