चंडीगढ़: पुलिस गिरफ्त से फरार हुए गैंगस्टर दीपक टीनू के मामले में दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में प्रभारी सीआईए को गिरफ्तार कर उसे सस्पेंड कर दिया है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, प्रभारी सीआईए को अनुच्छेद 311 के तहत सेवा से बर्खास्त किया गया है।
डीजीपी ने कहा कि, कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पंजाब पुलिस की टीमों ने घेराबंदी कर आरोपी की फिर से गिरफ्तार करने का प्रयास शुरू कर दिया है। गौरव भाटिया ने बताया कि, गलत पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 222, 224, 225 A,120-B के तहत मामला दर्ज किया गया है। पता हो कि, गैंगस्टर दीपक टीनू पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी है।
FIR regd. against errant police official on escape of Deepak Tinu from custody in Mansa
Incharge CIA apprehended & suspended. Being dismissed from service under Article 311. No laxity will be tolerated
Police teams have fanned out & operation for re-arresting accused launched
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) October 2, 2022
उल्लेखनीय है कि, शनिवार रात मानसा पुलिस द्वारा एक अन्य मामले में गोइंदवाल साहिब जेल से पेशी वारंट पर उसे एक स्थानीय अदालत ले जाए जाने के दौरान वह फरार हो गया था। दीपक टीनू, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है। गौर करनेवाली बात यह है कि, मूसेवाला की हत्या मामले में बिश्नोई प्रमुख आरोपी है। पता हो कि, पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पंजाब पुलिस के अनुसार, मानसा के सीआईए इंचार्ज अपनी प्राइवेट गाड़ी में दीपक उर्फ़ टीनू को लेकर मानसा जा रहे थे। उसी समय उसे मौका मिला और वह फरार हो गया। यह घटना शनिवार रात करीब 11 बजे की है। बता दें कि, टीनू साल 2017 से जेल में बंद था। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ही हिस्सा रहा है। पुलिस के मुताबिक, दीपक उर्फ टीनू से सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में अहम पूछताछ की जानी थी। उससे हत्या से जुड़ी अहम जानकारियां ली जानी थीं। क्योंकि, मूसेवाला मर्डर केस की प्लानिंग में आखिरी कॉन्फ्रेंस कॉल लॉरेंस और टीनू के बीच 27 मई को हुई थी और 29 मई को सिद्धू मूसेवाला का मर्डर हुआ था। लेकिन, उससे पहले वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि, इस समय आरोपी प्रोडक्शन वारंट पर था।
1850 पन्नों का आरोप पत्र
गौरतलब है कि, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। दीपक टीनू उन 24 आरोपियों में शामिल है, जिनके खिलाफ हत्या के इस मामले में आरोप-पत्र दाखिल किया गया है। अदालत में पिछले महीने दायर 1850 पन्नों के आरोप पत्र में पुलिस ने कहा कि गैंगस्टर गोल्डी बरार, हत्याकांड का मास्टरमाइंड है और उसने हत्या को अंजाम देने के लिए जग्गू भगवानपुरिया, लॉरेंस बिश्नोई और अन्य के साथ मिलकर इस घटना का अंजाम दिया।