लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचंड जीत के साथ दोबारा सत्ता में वापसी की है। वहीं 25 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 52 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। सरकार बनने के बाद अब भाजपा ने संगठन में बड़ी सर्जरी करने की तैयारी कर ली है। जिसकी शुरुआत नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम के ऐलान से शुरू हो जाएगी। सूत्रों की माने ने केंद्रीय आलाकमान ने अगले अध्यक्ष का नाम तय कर लिया है। जिसका ऐलान जल्द ही आने वाले कुछ दिनों में हो जाएगा।
मंडल स्तर तक होगा बदलाव
विधानसभा चुनाव में भले ही भाजपा ने बहुमत के सरकार बना ली हो लेकिन 11 मंत्रियों के हारने और कई मौजूदा सांसदों के क्षेत्रों में पार्टी के पिछड़ने को लेकर केंद्रीय आलाकमान बेहद गंभीर है। वहीं 2024 के चुनाव के पहले वह हर चीजों और कमजोर कड़ियों को ठीक करने की तैयारी कर ली है। इसी मद्देनजर मंडल स्तर से लेकर राज्य संगठन में बड़ा बदलवा करने का मन बना लिया है।
जहां ख़राब प्रदर्शन वहां पहले बदलाव
संगठन में काम करने वाले एक पदाधिकारी ने बताया कि, नए अध्यक्ष का नाम लगभग तय हो गया है। आने वाले कुछ दिनों इसकी औपचारिक घोषणा भी हो जाएगी। इसी के साथ आलाकमान के पास उन जिलों की भी सूची भेजी गई है, जहां भाजपा ने सबसे ज्यादा ख़राब प्रदर्शन किया है। जिसमें आजमगढ़, कौशांबी, शामली, गाजीपुर और अंबेडकरनगर शामिल है। इन जिलों में हार के लिए बूथ स्तर के लेवल तक समीक्षा की गई है। मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहले बदलाव इन जिलों से शुरू होगा।
केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बनाई समिति
इस चुनाव में पिछली योगी सरकार के 11 मंत्री चुनाव हार गए हैं। वहीं पार्टी के कई बड़े कद्दावर नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा है। इसी को देखते हुए भाजपा ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की अध्यक्षता में समिति का गठन कर रही है। जिससे इन क्षेत्रों में मिली हार का कारण जान सके और उन्हें ठीक कर सके। ज्ञात हो कि, इस चुनाव के कई सीट ऐसे रही हैं जहां भाजपा का एकाधिकार रहा है, लेकिन उन्हें इस बार हार का मुँह देखना पड़ा है।