जयपुर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान (Rajasthan) में मुख्यमंत्री पद के लिए सांगानेर सीट से विधायक भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) के नाम की घोषणा की है। जबकि, राजघराने से ताल्लुक रखने वाली दिया दीया कुमारी (Diya Kumari) और प्रेमचंद बैरवा (Premchand Bairwa) को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वहीं, वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष होंगे। हालांकि, माना जा रहा है कि दीया कुमारी और वसुंधरा राजे के कथित विवाद के चलते भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया।
मुख्यमंत्री पद के लिए भजनलाल शर्मा के नाम की घोषणा के बाद पार्टी में सभी बड़े नेता चौंक गए। माना जा रहा था कि किसी बड़े नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, लेकिन पार्टी ने सबको चौंका दिया। भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाने के पीछे राजघराने का कथित विवाद है।
अटकले हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ दीया कुमारी के कथित टकराव के कारण उन्हें सीएम पद नहीं दिया गया? इस सवाल पर दीया कुमारी ने कहा, “मैं ऐसी बातों पर टिप्पणी नहीं करती। हम सभी ने मिलकर काम किया है। वह (वसुंधरा राजे) भी वहां थीं, मुझे उनका भी आशीर्वाद मिला।”
#WATCH | When asked about speculations that she was not given the CM post due to her reported conflict with former CM Vasundhara Raje, Rajasthan Deputy CM-designate Diya Kumari says, “I don’t comment on such things. All of us have worked together. She was there too, I received… pic.twitter.com/dil0H6cPRJ
— ANI (@ANI) December 12, 2023
मोदी को महिलाओं की चिंता
दीया कुमारी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महिलाओं की चिंता है और उन्हें ही फोकस में रखकर नीतियां बनाई गई हैं। आज मुझ पर भरोसा जताया गया है। इसलिए, मैं पीएम मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, सभी प्रभारियों और बाकी सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे इसके लिए योग्य समझा और मुझे यह जिम्मेदारी दी। मैं आभारी हूं और खुश हूं कि मुझे यह अवसर प्राप्त हुआ। हम साथ मिलकर काम करेंगे।”
कौन है दिया कुमारी
दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजपरिवार से ताल्लुक रखती है। उन्हें जयपुर के झोटवाड़ा से विधानसभा में टिकट दिया गया था। वह 2013 में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुनी गईं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह राजसमंद निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गईं। दीया कुमारी को राजनीति में वसुंधरा राजे ने ही प्रवेश कराया था। हालांकि, बाद में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया था और तब से दोनों में मनमुटाव है।
दीया कुमार जयपुर के पूर्व राजपरिवार के सवाई भवानी सिंह की बेटी हैं। भवानी सिंह ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 10वीं पैराशूट रेजिमेंट के पैरा कमांडो के लेफ्टिनेंट कर्नल और कमांडिंग ऑफिसर के रूप में गौरव हासिल किया था। दीया कुमारी कई स्वयं सेवी संगठनों और सामाजिक संगठनों से जुड़ी हुई हैं। उनमें आई बैंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान और एचआईवी+, बच्चों के लिए काम करने वाला एक गैर सरकारी संगठन रेज शामिल है, जिसकी वह संरक्षक हैं।