Nitish kumar, Bihar
CM नीतीश कुमार

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    नई दिल्ली: बिहार में सियासी उथल पुथल रुकने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बीजेपी से नाता तोड़कर राष्ट्रिय जनता दाल के साथ बिहार में सरकार बनाई है  ली। जहां महागठबंधन के तरफ से दोबारा वही मुख्यमंत्री बने, वहीं, तेजस्वी यादव (Tajashwi Yadav) को उप मुख्यमंत्री बने। लेकिन यह सियासी हलचल यही तक सिमित नहीं रही। बिहार में अब नई कैबिनेट को लेकर विचार विमर्श जारी है। इस बीच बिहार में एक बार पहिए NDA  को बड़ा झटका लगने के कयास लगाए जा रहे है।  

    मिली जानकारी के अनुसार, बिहार से NDA के से जुड़े लोक जनशक्ति पार्टी के तीन सांसद जेडीयू और आरजेडी का समर्थन कर सकते हैं।  ये तीनो सांसद पारस गुट के हैं। जबकि, केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने ऐलान किया था कि वो NDA के साथ रहेंगे। वहीं, ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि, खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर आरजेडी के साथ, जबकि वैशाली से सांसद वीणा देवी और नवादा से चंदन सिंह जेडीयू में जा सकते है।  

    बता दें कि, 2019  के आम चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के 6 सांसद जीते थे। वहीं, रामविलास पासवान के गुजर जाने के बाद बीते साल लोक जनशक्ति पार्टी में डारर आ गई। वहीँ यह पार्टी चिराग और पारस गट में बंट गई।  वहीं  पारस गट के साथ पांच संसद चले गए , जबकि चिराग अकेले रह गए। अब यह खबर है कि जमुई से सांसद चिराग पासवान, हाजीपुर से पारस और समस्तीपुर से प्रिंस इनको छोड़ सभी 3 सांसद NDA  का साथ छोड़ देंगे। 

    सांसदों ने बताया मनघडंत 

    इस मामले में केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की लोक जनशक्ति पार्टी में सांसदों के टूट की खबर को मनघडंत बता रहे है। पारस गुट की वैशाली सांसद वीना देवी ने पार्टी में टूट की बात को अपवाह बताया है। उन्होंने कहा कि, वो NDA में थीं एनडीए में हैं और NDA में ही रहेंगी। वहीं, दूसरे सांसद चंदन सिंह ने भी इस बात को अफवाह बताया है। वही, जेडीयू को एनडीए से अलग होने की बात पर उन्होंने कहा कि उनकी मर्जी जहां चाहें चले जाएं। लेकिन हमलोग एनडीए में हैं और रहेंगे।